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डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड: एक घातक खतरा

By-Himanshu Painuly

डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड एक प्रकार का साइबर अपराध है जिसमें अपराधी पीड़ित को फोन कॉल करके बताते हैं कि उन्हें किसी अपराध में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तारी की चेतावनी दी गई है। वे पीड़ित को अपनी पहचान और क्रेडेंशियल साझा करने के लिए मजबूर करते हैं, और फिर आपकी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी का उपयोग धोखाधड़ी के लिए करते हैं।

 

मुख्य मुद्दे:

  • डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड क्या है?
  • डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड कैसे काम करता है?
  • डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड से कैसे बचें?

    हाल के दिनों में, भारत में एक नया फ्रॉड सामने आया है जिसे “डिजिटल अरेस्ट” कहा जा रहा है। यह फ्रॉड एक गंभीर साइबर अपराध है जो लोगों को आर्थिक और मानसिक रूप से नुकसान पहुंचा सकता है।

     

    डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड कैसे काम करता है?

    डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड आमतौर पर निम्नलिखित चरणों में होता है:

  1. साइबर अपराधी पीड़ित को एक अनजान नंबर से कॉल करता है।
  2. कॉल करने वाला खुद को किसी सरकारी अधिकारी के रूप में पेश करता है, जैसे कि पुलिस अधिकारी या इनकम टैक्स अधिकारी।
  3. कॉल करने वाला पीड़ित को बताता है कि उन्हें किसी अपराध में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार करने की चेतावनी दी गई है।
  4. कॉल करने वाला पीड़ित को अपनी पहचान और क्रेडेंशियल साझा करने के लिए मजबूर करता है।
  5. एक बार जब पीड़ित अपनी पहचान और क्रेडेंशियल साझा कर देता है, तो अपराधी पीड़ित की व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी का उपयोग धोखाधड़ी के लिए करता है। एक उदाहरण में, एक साइबर अपराधी ने एक युवक को फोन किया और खुद को दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताया। अपराधी ने युवक को बताया कि उसे एक साइबर अपराध में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार करने की चेतावनी दी गई है। अपराधी ने युवक को अपनी पहचान और क्रेडेंशियल साझा करने के लिए कहा। युवक को डर लगने लगा और उसने अपराधी को अपनी पहचान और क्रेडेंशियल साझा कर दिए। अपराधी ने युवक की जानकारी का उपयोग करके उसके बैंक खाते से 1 लाख रुपये निकाल लिए।

    डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड से कैसे बचें?

    डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड से बचने के लिए, निम्नलिखित सावधानियां बरतें:

  • घबराएं नहीं। अगर आपको कोई ऐसी कॉल आती है जिसमें आपको डिजिटल अरेस्ट की चेतावनी दी जाती है, तो घबराएं नहीं। कॉल को तुरंत डिस्कनेक्ट कर दें।
  • आरोपों की पुष्टि करें। अगर आप कॉल करने वाले की बातों पर विश्वास करते हैं, तो कॉल को डिस्कनेक्ट करने के बाद, अपने स्थानीय पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम सेल को कॉल करके आरोपों की पुष्टि करें।
  • अपनी पहचान और क्रेडेंशियल साझा न करें। किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ अपनी पहचान और क्रेडेंशियल साझा न करें।
  • अपने बैंक खाते और क्रेडिट कार्ड की जानकारी को गुप्त रखें। अपने बैंक खाते और क्रेडिट कार्ड की जानकारी को किसी भी अनजान व्यक्ति के साथ साझा न करें।
  • ऑनलाइन शॉपिंग करते समय सावधान रहें। ऑनलाइन शॉपिंग करते समय, केवल विश्वसनीय वेबसाइटों पर खरीदारी करें।

इसके अतिरिक्त, निम्नलिखित सुरक्षा उपाय अपनाकर आप डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड से बचने की संभावना को कम कर सकते हैं:

अपने फोन नंबर को प्राइवेट रखें।

  • अपने फोन नंबर को प्राइवेट रखें ताकि अनजान लोग आपको कॉल न कर सकें।
  • अनजान नंबरों से आने वाली कॉल का जवाब न दें।

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