लैंसडौन के हालात बदलने के बजाय शहर का नाम बदलने पर जोर
–प्रभुपाल रावत की रिपोर्ट —
लैंसडौन, 10 अप्रैल। लैंसडौन शहर का नाम बदली करने को लेकर फिर राजनीति गरमा गई है।वहीं कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने शहीद जनरल विपिन रावत के नाम पर लैंसडौन शहर का नाम बदलने की मांग की है।
वहीं क्षेत्रीय विधायक लैंसडौन महन्त दिलीप सिंह रावत का कहना है कि अभी नाम बदलने में संशय है व इतना आसान नहीं है।इस क्षेत्र में अन्य वीर शहीदों में वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली,वीर गबर सिंह,बलभद्र सिंह,जसवंत सिंह आदि नाम भी सम्मिलित किया जा सकते हैं।पूर्व में लैंसडौन को ” कालोडान्डा” के नाम से जाना जाता था।
इसी परिप्रेक्ष्य में लैंसडौन निवासी व कांग्रेस नेत्री अनुकृति गुसाई रावत का कहना है कि जनरल विपिन रावत जी को अवश्य सम्मान मिलना चाहिए।वह हमारे देश व पौड़ी के गौरव है।मेरे जैसे लोगों व युवाओं के प्रेरणास्रोत रहे हैं।
लैंसडौन शहर का नाम बदलने को लेकर चर्चायें जोरों पर हैं लेकिन जैसे गर्मियों के मौसम में इस शहर में पीने के पानी के लिए लोग तरस जाते हैं।जिसके लिए आजतक कोई प्रयास नहीं किये गये।स्वास्थ्य सेवाये मुंह मोड़कर हमें चिढा रही है।जो कि लगभग शून्य ही साबित हो रही हैं।ये बात लैंसडौन विधायक स्वयं कयी बार स्वीकार कर चुके हैं।पर्यटन के नाम पर बीते इन 11 सालों में कुछ भी नहीं कर पाये।अब सिर्फ नाम बदलने को लेकर अनायास कयासबाजी चल रही है।नाम में क्या रखा है,शहर का समुचित विकास होना चाहिए।नाम बदलना इतना महत्वपूर्ण नहीं है।