प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए चमका दी प्रशासन ने गौचर हवाई पत्ती
-गौचर से दिगपाल गुसाईं –
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 21व22 अक्टूबर को बद्रीनाथ संभावित दौरे को लेकर गौचर में भी प्रशासन अलर्ट मूड में आ गया है। गौचर हवाई पट्टी की जहां साफ सफाई कर दी गई है वहीं सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने अग्रिम कार्यवाही शुरू दी है।
हालांकि प्रधानमंत्री के 21व22 अक्टूबर को बद्रीनाथ संभावित दौरे का गौचर से कोई लेना देना नहीं है। लेकिन समझा जा रहा है कि बद्रीनाथ दौरे के दिन मौसम खराब होने या अन्य सुरक्षा कारणों से प्रधानमंत्री के हवाई बेड़े को गौचर हवाई पट्टी पर उतारा जा सकता है। इसके लिए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। हवाई पट्टी के चारों ओर उगे झाड़ी के जंगल को मशीनों द्वारा जहां साफ कर दिया गया है वहीं पट्टी की सफाई का काम भी जोरों पर शुरू कर दिया गया है।
दरअसल गौचर हवाई पट्टी के चारों ओर झाड़ियों का जंगल खड़ा हो गया था जो सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं था। हवाई पट्टी की झाड़ियां आवारा व जंगली जानवरों का अड्डा बन गया था। पुलिस ने हवाई पट्टी के चारों ओर निवास करने वाले लोगों का नाम पता सुरक्षित रख लिया है ताकि समय आने पर उनसे पूछताछ की जा सके। प्रधानमंत्री के इस तरह के धामों के संभावित दौरे के लिए गौचर में इस प्रकार के इंतजाम करने का यह कोई पहला मौका नहीं है। इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2019 में केदारनाथ व बद्रीनाथ दौरे को लेकर भी गौचर में इसी प्रकार के इंतजाम किए गए थे। वर्ष 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के केदारनाथ दौरे को लेकर भी गौचर में उनकी सुरक्षा के पूरे इंतजाम किए गए थे।22 जून 2016 जब राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का हवाई काफिला मौसम खराब होने की वजह से केदारनाथ में नहीं उतर पाया तो उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से गौचर हवाई पट्टी पर उतारा गया था।उनके रहने खान के लिए सीमा सड़क संगठन व भारत तिब्बत सीमा पुलिस वल के अधिकारी मेस में पूरा इंतजाम किया गया था। यह अलग बात है कि उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से भारत तिब्बत सीमा पुलिस वल के अधिकारी मेस में नहीं ले जाया गया।तब उन्हें मौसम साफ होने के इंतजार में दो घंटे तक यहीं रुकना पड़ा था।इस बार भी जिस प्रकार से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संभावित बद्रीनाथ दौरे को लेकर पुलिस प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है इससे समझा जा रहा है कि पुलिस व जिला प्रशासन किसी प्रकार की कोताही नहीं बरतना चाहता है। तमाम खुफिया एजेंसियों ने गौचर में डेरा डालना शुरू कर दिया है।