चंडी प्रसाद भट्ट पर्यावरण एवं विकास केन्द्र की वनाग्नि पद यात्रा का भव्यता के साथ समापन
–पोखरी से राजेश्वरी राणा —
चंडी प्रसाद भट्ट पर्यावरण एवं विकास केन्द्र गोपेश्वर तथा केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग नागनाथ रेंज द्वारा वनागनि रोकथाम एवं अध्ययन हेतू भदूणा से आयोजित पदयात्रा तोणजी ,जौरासी ,किमोठा सलना गांवों से होते हुये आज अटल उत्कृष्ट विद्यालय राजकीय इंटर कालेज रडुवा में समाप्त हो गयी है।
समापन समारोह में बोलते हुये मुख्य अतिथि पूर्व शिक्षक बच्चन सिंह रावत ने कहा कि वन ही जीवन है । वनों के विना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है ।
चंडी प्रसाद भट्ट प्रर्यावरण एवं विकास केन्द्र गोपेश्वर के ओम प्रकाश भट्ट ने कहा कि इस पद यात्रा का मुख्य उद्देश्य छात्र छात्राओं के साथ साथ ग्रामीणों को यह जागरुक करना है कि वनों को आग से कैसे बचाये तथा उन कारणों का पता लगाया जाय जिनसे वनो में आग लगती है।भट्ट ने कहा कि अक्सर मानवीय भूलों के कारण वनों में आग लगती है। इस लिये हम सबको मिलजुल कर वनों को आग से बचाना है ।
वहीं एडवोकेट देवेन्द्र वर्तवाल ने कहा कि वन नहीं रहेंगे तो पर्यावरण प्रदूषित होगा जो मानव जीवन के अस्तित्व के लिये खतरा होगा।
अध्यापक उपेन्द्र सती ने कहा कि विशेष जनजागरुकता के माध्यम से ही वनागनि से वनों की रक्षा की जा सकती है । वन दरोगा मोहन सिंह वर्तवाल ने कहा कि मानव लापरवाही के कारण तथा असमाजिक तत्वों तत्वों के कारण वनों में आग लगती है ।
उन्होंने कहा कि खेतों में आड़े सावधानी से जलाये । जगलो में पूजा करते समय जले हुये दिये खुले में न छोड़ें। आग लगने से पेड़ नष्ट होगे ,जंगली जानवर मरेंगे , धुआं फैलने से प्रदूषण बढ़ेगा जो धरती और मानव जीवन के अस्तित्व के लिये खतरा है। इस लिये हम सबका दायित्व है वनो की आग से रक्षा करना है।
इससे पहले कालेज के छात्र छात्राओं ने गोष्ठी में मौजूद मुख्य अतिथि सहित आगंतुकों के स्वागत गीत तथा मां सरस्वती की वंदना वीणा वादनी की प्रस्तुति दी तथा वनों की सुरक्षा हेतू सुन्दर नृत्य नाटक की प्रस्तुति दी जिसमें पेड़ कह रहे हैं , मुझे बचाओ।
प्रधानाचार्य संजय कुमार ने गोष्ठी में मौजूद चंडी प्रसाद भट्ट पर्यावरण विकास केन्द्र गोपेश्वर के सदस्यों, वन कर्मियों ,जन प्रतिनिधियों का बैच अलंकरण कर स्वागत किया।
इस अवसर पर प्रधान संगठन के ब्लांक अध्यक्ष धीरेन्द्र राणा, काण्डई चन्द्रशिला के प्रधान नवीन राणा, रडुवा के प्रधान प्रदीप वर्तवाल, जगमोहन वर्तवाल, एडवोकेट देवेन्द्र वर्तवाल , दिगपाल नेगी, प्रेम सिंह राणा , हर्षवर्धन राणा, मुकेश नेगी, जगमोहन वर्तवाल, मोहन सिंह वर्तवाल, तेजपाल वर्तवाल, सुनीता देवी ,अंजू देवी, मनमोहन परमार, वन दरोगा मोहन सिंह वर्तवाल, नन्दन विष्ट ,उमेद नेगी ,विपिन झिकवाण, , पूर्व प्रधानाचार्य सर्वदानंद किमोठी, दिनेश रडवाल, अजयपाल रावत ,प्रदीप रडवाल ,मनवर वर्तवाल, राकेश ,संजय शर्मा, बसन्ती फर्रस्वाण ,फूलचंद गौतम ,कुंवर सिंह गुसाईं ,गौरव वशिष्ठ, पुष्कर वर्तवाल ,शांति देवी ,मधुसूदन किमोठी सहित तमाम अधयापक क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मौजूद थे ।मंच संचालन विनय सेमवाल ने किया ।