ऐतिहासिक गौचर मेले का शानदार आगाज : 70 सालों से चला आ रहा है सिलसिला
–गौचर से दिगपाल गुसाईं –
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के चित्र पर मुख्यमंत्री द्वारा दीप प्रज्वलित व मेले के संस्थापक सदस्य गोविंद प्रसाद नौटियाल की मूर्ति पर पुष्प अर्पित करने के साथ ही सात दिवसीय 70 वें राजकीय औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले का शानदार आगाज हो गया है।
लगभग साढ़े ग्यारह बजे गौचर पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सर्वप्रथम मेले के मुख्य द्वार पर रीबन काटकर मेले का उद्घाटन किया। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री को बैंड की मधुर धुन के साथ सांस्कृतिक मंच तक ले जाया गया। जहां उन्होंने सर्वप्रथम भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की इसके बाद उन्होंने मेले के संस्थापक सदस्य रहे गोविंद प्रसाद नौटियाल की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने ऐतिहासिक गौचर मेला मैदान को मिनि स्टेडियम के रूप में विकसित करने व गौचर मेले के सफल संचालन के लिए 10 लाख देने की घोषणा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि गौचर मेला संस्कृति, बाजार तथा उद्योग तीनों के समन्वय के कारण एक प्रसिद्ध मेले की पहचान बनाने में सफल हुआ है। साल दर साल यह मेला अपनी ऊॅचाईयों को छू रहा है। उन्होंने मेले को भव्य एवं आकर्षक स्वरूप देने के लिए जिला प्रशासन की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विशिष्ट और ऐतिहासिक मेला हमारे राज्य के प्रमुख मेलों में से एक है। इसमें सरकार के अधिकांश विभाग भाग लेते हैं। मेले हमारे जीवन में इन्द्र धनुषी रंगों की छटा बिखेरते हैं।
प्राचीन समय में, जब संचार और परिवहन की कोई ऐसी सुविधाएं नहीं थीं, तो इन मेलों ने सामाजिक ताने बाने को बुनने में बहुत मदद की।लोगों का सामाजिक और व्यावहारिक दायरा बढ़ाया। हमारे देश में विशेष रूप से उत्तराखंड में अधिकतर मेले संस्कृति मेल मिलाप का माध्यम रहे हैं, परंतु गौचर मेला विशेष है, संस्कृति की छटा बिखेरने के अलावा यह मेला यहां की जनता के व्यापारिक अवसरों को भी बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि हमारा मुख्य लक्ष्य उत्तराखंड के सकल घरेलू उत्पाद को बढ़ाना है। इसके लिए औद्योगिक विकास का महत्व सर्वाधिक है।औद्योगिक विकास के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करना अत्यंत आवश्यक है। हम रोड कनेक्टिविटी, रेल कनेक्टिविटी, ऊर्जा आदि क्षेत्रों में विशेष ध्यान दे रहे हैं। पर्यटन की किसी भी देश के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका होती है।पर्यटन तो हमारे राज्य की लाईफ लाईन है।
केंद्र सरकार और राज्य सरकार के सहयोग से रोड़ कनेक्टिविटी,हवाई कनेक्टिविटी के विस्तार से निश्चित रूप से राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे आर्थिकी को भी मजबूती मिलेगी।प्रदेश में चारधाम सड़क परियोजना,
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाईन का निर्माण तथा निर्माणाधीन रोपवे परियोजनाएं इस बात का स्पष्ट उदाहरण हैं। हमारी सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में प्रदेश के विकास के लिए तत्पर है। जबतक उत्तराखंड देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य नहीं बन जाता तब तक हम चैन से नही बैठेंगे। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मेला आयोजन के लिए मेला प्रशासन को हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पत्रकार रमेश गैरोला को गोविंद प्रसाद नौटियाल पत्रकार सम्मान और यूथ फाउंडेशन संचालित करने के लिए अनिल नेगी जी को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने देवेश जोशी द्वारा लिखी पुस्तक ‘धूम सिंह चौहान’ का विमोचन भी किया।क्षेत्रीय विधायक अनिल नौटियाल एवं मेला उपाध्यक्ष अंजू बिष्ट ने गौचर मेले का शुभांरभ करने पर मुख्यमंत्री का हार्दिक अभिनंदन एवं स्वागत किया और मुख्यमंत्री को क्षेत्र की समस्या से अवगत कराते हुए समस्याओं के निदान के लिए मांग पत्र भी दिया।
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट, कैबनेट मंत्री/जनपद के प्रभारी मंत्री डा.धन सिंह रावत, कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, रूद्रप्रयाग विधायक भरत चौधरी, केदारनाथ विधायक शैला रानी रावत, पूर्व विधायक मुन्नी देवी शाह, कर्णप्रयाग ब्लाक प्रमुख चन्द्रेश्वरी देवी, गौचर नगर पालिका अध्यक्ष अंजू बिष्ट, कमिश्नर गढवाल/मेला संरक्षक सुशील कुमार, जिलाधिकारी/मेलाध्यक्ष हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल, मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्र, मेलाधिकारी संतोष कुमार पांडेय आदि सहित बडी संख्या में मेलार्थी मौजूद थे। इससे पूर्व भोटिया जनजाति की महिलाओं ने पारंपरिक भेस भूषा में मुख्यमंत्री के स्वागत में स्वागत गान प्रस्तुत किया।