वन सरपंचों ने लिया वनों को आग से बचाने का संकल्प
रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट।
थराली, 5 मार्च। फायर सीजन को देखते हुए बद्रीनाथ वन प्रभाग के पूर्वी पिंडर रेंज देवाल के तत्वाधान में वन सरपंचों की एक कार्यशाला में वनों को दवानल से सुरक्षित रखने का संकल्प लिया गया।
वन विश्राम गृह देवाल में वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता गणेश मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित विकास खंड देवाल के सरपंचों की कार्यशाला में सरपंच संगठन के ब्लाक अध्यक्ष गोविंद सोनी ने कहा कि प्रतिवर्ष फायर सीजन में उत्तराखंड में हजारों हेक्टेयर वन भूमि दवानल की भेंट चढ़ जाती हैं, जिसमें करोड़ों रूपयों की वन संपदा के साथ ही दुर्लभ वन्यजीवों को भारी नुक्सान होता हैं।सभी को एक जुट होकर जंगलों को दवानल से बचाने के लिए आगे आना होगा।इस मौके पर नारायणबगड़ के वन क्षेत्राधिकारी अखिलेश भट्ट ने कहा कि वन विभाग हमेशा ही वनों को दवानल से बचाने का हरसंभव प्रयास करता है, किंतु बिना जन सहयोग के जंगलों को आग से नही बचाया जा सकता हैं।
इस मौके पर सरपंच संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि वन पंचायत के सरपंचों को आज तक भी सरकार के द्वारा अपेक्षित अधिकार नही दिए गए हैं। जिसके लिए संगठन प्रयासरत हैं।कहा कि वन सरपंचों को नियमित मानदेय दिए जाने, वन उपजों से होने वाले लाभ एवं वन क्षेत्र की रॉयल्टी समय से वन पंचायतों को दिए जाने आदि के लिए संगठन संघर्षरत हैं।
इस मौके पर सरपंचों ने जंगलों को आग से बचाने एवं अधिकाधिक वृक्षारोपण का संकल्प लिया।इस मौके पर पूर्व तहसीलदार जयवीर बधाणी, देवाल के सहायक खंड विकास अधिकारी बहादुर सिंह देव, देवाल के राजस्व उपनिरीक्षक प्रमोद नेगी,पूर्व प्रधान हरीश पांडे, सरपंच बख्तावर सिंह सहित तमाम अन्य सरपंचों ने विचार व्यक्त किए।