रानीगढ़ की आराध्या भगवती की डोली ससुराल पक्ष के गांव काण्डई पहुंची
गौचर, 7 दिसंबर (गुसाईं) । बारह साल बाद देवरा यात्रा पर निकली रानीगढ़ पट्टी के गांवों की आराध्य मां भगवती अपने मायके पक्ष के गांव जलगांव में रात्रि विश्राम के बाद शनिवार को तीसरे पड़ाव ससुराल पक्ष के गांव काण्डई पहुंच गई है।
शुक्रवार को मायके पक्ष के गांव जलगांव पहुंचने पर मायके पक्ष के लोगों ने अपनी ध्यान आराध्य देवराड़ी देवी का पुष्प अक्षत से गर्मजोशी से स्वागत किया। शनिवार सुबह देवी ने गांव भ्रमण कर लोगों को आशीष देने के पश्चात रात्रि विश्राम के लिए ससुराल पक्ष के पहले गांव कांडई पहुंच गई है।
इस अवसर पर ससुराल पक्ष के लोगों ने अपनी आराध्य भगवती का पुष्प अक्षत से गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर देवी मां ने अपने भाई लाटू, हीत, सिंगलास आदि देवताओं के पार्श्वों सहित मायके पक्ष के लोगों की पूजा अर्चना और श्रृंगार सामग्री ग्रहण करते हुए धियाणियों को अपना आशीर्वाद दिया।
पंडित जगदीश प्रसाद देवली बताते हैं कि देवराड़ी देवी जब अपने ससुराली गांव में पन्देरा पूजन के लिये गई थी तो जंगल में देवी मां से चाबी खो गई थी। जिसे ढूंढने के लिये देवी आज शनिवार को ससुराल में रहते हुए जंगल में चाबी ढुंढने जाएगी। और रात्रि विश्राम ससुराल मे करने के बाद रविवार को प्रातः नित्य पूजा पाठ के बाद देवी की देवरा यात्रा काण्डई से पाडूली गांव को प्रस्थान करेगी।
देवी की देवरा यात्रा को लेकर भक्तों में उत्साह बना हुआ है। भ्रमण में देवी मां की डोली के साथ अन्य देवताओं के पार्श्वों सहित देवी के भक्तगण उत्साहित होते हुए यात्रा में शामिल हैं। देवराड़ी देवी की देवरा यात्रा से इन दिनों रानी गढ़ पट्टी का माहौल नंदामय बना हुआ है।