सरकारी कार्यक्रमों में परोसे जाएंगे मंडुए के बिस्कुट और बुरांस संतरे का जूस
–गोपेश्वर से महिपाल गुसाईं–
स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए चमोली के मुख्य विकास अधिकारी डा. ललित नारायण मिश्र ने समस्त ब्लाक, तहसील एवं जिला स्तरीय कार्यालयों को निर्देश जारी किए हैं कि विभागों द्वारा आयोजित किए जाने वाले जन समारोह, कार्यक्रमों एवं बैठकों में सूक्ष्म जलपान में स्थानीय उत्पादों यथा मंडुवे के बिस्कुट, बुरांस, आंवले, संतरे इत्यादि का जूस को ही प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पादों को बढावा देने से जनपद में कार्यरत स्वयं सहायता समूहों को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने सभी विभागों को उक्त आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोकल फॉर लोकल का मंत्र देकर स्थानीय स्तर पर स्थानीय स्तर पर आर्थिकी को मजबूत करने की राह दिखाई है और देशभर में इसका असर भी दिखने लगा है। पड़ोसी उत्तरप्रदेश में तो एक जनपद दो उत्पाद का अभियान चल रहा है और इससे सीधे तौर पर किसानों को लाभ पहुंच रहा है। उत्तराखंड में भी कुछ अधिकारी इस अभियान को अपने स्तर से आगे बढ़ा रहे हैं। हालांकि राज्य सरकार भी इस दिशा में प्रयासरत है किंतु इसे अभियान के तौर पर तीव्र करने की जरूरत महसूस की जा रही है। चमोली के मुख्य विकास अधिकारी डा. ललित नारायण मिश्र ने सभी जिलास्तरीय अधिकारियों, एसडीएम और अन्य अधिकारियों को परिपत्र भेज कर कहा है कि स्थानीय उत्पादों को वरीयता देने को कहा है। निश्चित रूप से उनके द्वारा जारी किया गया यह परिपत्र एक पंथ दो काज के उद्देश्य को पूरा करने वाला उपक्रम है। इससे जिले में कार्यरत विभिन्न स्वयं सहायता समूहों का अर्थ तंत्र मजबूत होगा, साथ ही स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा भी मिलेगा। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि बीते अक्टूबर माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माणा गांव में भी स्थानीय उत्पादों के विपणन का प्रबंध करने के साथ देशवासियों से भी इस दिशा में आग्रह किया था कि तीर्थाटन और पर्यटन पर आने वाले लोग अपने बजट का पांच प्रतिशत स्थानीय उत्पाद खरीदने में खर्च करें। मुख्य विकास अधिकारी डॉ. मिश्र ने इसी अभियान को आगे बढ़ाया है। उम्मीद की जानी चाहिए कि इस अभियान के जल्द ही उत्साहजनक परिणाम सामने आएंगे।