बेमौसमी बरसात ने पानी फेरा किसानों की उम्मीदों पर
–पोखरी से राजेश्वरी राणा —
क्षेत्र में विगत चार दिनों से जारी वारिस के कारण काश्तकारों की गेहूं , जौ ,साग सब्जियो की खेती चौपट हो रही है. इस नुकसान की भरपाई के लिए जनता ने मुआवजे की मांग की है ।
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों द्वारा जिलाधिकारी को भेजे गए ज्ञापन में कहा गया है कि आजकल काश्तकारों की गेहूं, जौ, की फसल पक कर बिल्कुल कटने के लिये तैयार है । लेकिन कुछ दिनो से जारी वारिस के कारण विकास खण्ड के हरिशंकर , खन्नी, गनियाला, चौंडी, रौता थालाबैड, सिमलासू , ब्राहमणथाला, रडुवा, काण्डई चन्द्रशिला, जौरासी, किमोठा, तोणजी,सलना , हापला, नैल, नौली, गुणम, मसोली, सेम, साकरी, बासकडी काण्डई सहित तमाम ग्राम सभाओं में काश्तकारों की पक कर तैयार हुई गेहूं ,जौ ,साग सब्जियो की खेती चौपट होकर रही है । जिससे काश्तकारों की 6 माह की मेहनत पर पानी फिर गया है । वे हैरान और परेशान हैं । लिहाज़ा काश्तकारों की क्षतिग्र्रस्त फसलों का मौका मुआयना कर उन्हें उचित मुआवजा दिलवाया जाय ।
ज्ञापन भेजने वालों में कांग्रेस के ब्लांक अध्यक्ष सन्तोष चौधरी, पूर्व अध्यक्ष कुंवर सिंह चौधरी , भाजपा नगर अध्यक्ष बीरेंद्र सिंह राणा, पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र सती , रमेश चौधरी प्रधान संगठन के ब्लांक अध्यक्ष धीरेन्द्र सिंह राणा आदि शामिल हैं ।