जीवित व्यक्ति को मृत घोषित करवाने वाले तीन शातिर अभियुक्त गिरफ्तार
–कोटद्वार से राजेंद्र शिवाली —
पुलिस ने कोटद्वार भावर में जीवित व्यक्ति को मृत घोषित करवाने वाले तीन शातिर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
भाबर क्षेत्र के झंडी चौड़ करोड़ों की भूमि के फर्जीवाडे का एक मामला प्रकाश मे आया है। झण्डीचौड़ पूर्वी निवासी गीता देवी ने कोतवाली कोटद्वार में दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया कि पुरुषोत्तम नामक व्यक्ति अपने आपको मेरे भाई सतीशपाल सिंह उर्फ सत्यपाल का पुत्र बताता है।
पुरूषोत्तम द्वारा मेरे भाई सतीशपाल सिंह उर्फ सत्यपाल को झूठे एवं बनावटी तौर पर 1998 से लापता बताते हुए न्यायालय सिविल जज कोटद्वार गढ़वाल के समक्ष एक दीवानी वाद पुरुषोत्तम बनाम सतीशपाल दायर करते हुए न्यायालय के समक्ष झूठे दस्तावेज एवं साक्ष्य प्रस्तुत कर न्यायालय को गुमराह करते हुए मेरे भाई के जीवित रहते हुये न्यायालय से उसे दीवानी मृत्यु की उपधारण घोषित कर ग्राम पश्चिमी झण्डीचौड़, पट्टी हल्दूखाता की 0.079 हैक्टेयर भूमि व ग्राम पूर्वी झण्डीचौड़ पट्टी हल्दूखाता की 0.096 हैक्टेयर भूमि को खाता खतौनी में मेरे भाई के स्थान पर भूमि का दाखिल-खारिज कर अपने नाम पर चलवा दिया।
गीता देवी ने बताया कि मेला भाई जीवित है एवं स्वस्थ है और मेरे साथ रहता है। साथ ही मेरे भाई ने वर्ष 2009 से वर्ष 2015 के मध्य समय समय पर अपनी भूमि क्रय-विक्रय की हैं, जिससे स्पष्ट है कि मेरा भाई लापता नहीं है। रिपोर्ट के आधार पर कोतवाली पूलिस ने धारा 420 के तहत पुरुषोत्तम आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। जांच के दौरान यह तथ्य सामने आये कि अभियुक्ता पुष्पा देवी ने अभियुक्त सुनील के साथ मिलकर सिविल वाद 08/19 पुरुषोत्तम बनाम सतीश पाल दर्ज करवाकर न्यायालय में झूठी गवाही एवं कूटरचित दस्तावेज पेश कर न्यायालय से सतीश उर्फ सत्यपाल की दीवानी मृत्यु की उपधारणा घोषित करवा ली और पुरुषोत्तम का नाम खतौनी में अंकित करवाकर भूमि विक्रय कर दी। साक्ष्यों के आधार पर पुलिस टीम द्वारा आज अभियोग उपरोक्त में वांछित पूर्वी झंडीचौड निवासी सुनील पुत्र स्व0 रामसिंह, पुरुषोत्तम पुत्र सत्यपाल और अर्जनीपुर, सिसौना, किरतपुर, बिजनौर निवासी पुष्पा देवी पत्नी महेन्द्र सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।