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कोहरे के कारण कम दृश्यता से निपटने के लिए किये गए सड़क सुरक्षा केउपाय

Driving in fog and mist requires special caution. It is believed that this environmental road hazard is one of the most dangerous. It is challenging to drive in heavily congested traffic, but you should be even more vigilant when sharing the road in foggy conditions as visibility can seriously deteriorate within a matter of seconds.

-By Usha Rawat-

सर्दियों के मौसम की शुरुआत के कारण राष्ट्रीय राजमार्गों पर कम दृश्यता से निपटने के लिए एनएचएआई के अध्यक्ष श्री संतोष कुमार यादव ने एनएचएआई के क्षेत्रीय कार्यालयों को विभिन्न प्रभावी उपाय करने का निर्देश दिया है। कोहरे के कारण दृश्यता कम होने से राष्ट्रीय राजमार्ग का इस्तेमाल करने वालों की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा पैदा हो गया है, इन उपायों से उन संभावित दुर्घटनाओं से बचने में मदद मिलेगी जो राजमार्ग का इस्तेमाल करने वालों की सुरक्षा को खतरे में डालती हैं।

कोहरे के दौरान सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए, प्रभावी उपायों को इंजीनियरिंग उपायों और सुरक्षा जागरूकता उपायों के दो प्रमुखों के तहत बांटा गया है। ‘इंजीनियरिंग उपायों’ में अनुपयुक्त/क्षतिग्रस्त सड़क संकेतों को फिर से स्थापित करना, धुंधले या अपर्याप्त फुटपाथ चिह्नों को सुधारना, परावर्तक मार्कर, मीडियन मार्कर आदि प्रदान करके सुरक्षा उपकरणों की दृश्यता बढ़ाना, बस्तियों और दुर्घटना-संभावित स्थानों में अनुप्रस्थ बार चिह्न प्रदान करना तथा निर्माणाधीन क्षेत्रों और खतरनाक स्थानों पर मीडियन ओपनिंग पर ब्लिंकर सुनिश्चित करना, विचलन और विलय वाले स्थानों पर क्षतिग्रस्त खतरे के मार्कर संकेतों का प्रतिस्थापन शामिल है।

इसी तरह ‘सुरक्षा जागरूकता’ उपायों में राजमार्ग का इस्तेमाल करने वालों को कम दृश्यता की स्थिति के बारे में सचेत करने के कदमों को शामिल किया गया है। इन उपायों में ‘कोहरे के मौसम के बारे में चेतावनी’ और गति सीमा संदेशों को प्रदर्शित करने के लिए परिवर्तनीय संदेश संकेत (वीएमएस) या इलेक्ट्रॉनिक साइनेज का उपयोग शामिल है। कोहरे वाले क्षेत्रों में 30 किमी/प्रति घंटे की ड्राइविंग गति सीमा के बारे में यात्रियों को चेतावनी देने वाली पब्लिक एड्रेस सिस्टम का उपयोग करना शामिल है। टोल प्लाजा पर सार्वजनिक सेवा घोषणाओं के लिए इलेक्ट्रॉनिक होर्डिंग, रेडियो और सोशल मीडिया का उपयोग, कोहरे के दौरान सड़क के किनारे की सुविधाएं और राजमार्गों पर वाहनों की पूरी चौड़ाई पर परावर्तक टेप (रिफ्लेक्टिव टेप) लगाना शामिल है।

यह दिशानिर्देश एनएचएआई अधिकारियों को राजमार्ग का इस्तेमाल करने वालों के बीच ब्लिंकर का उपयोग करने और यातायात नियमों के पालन हेतु जागरूकता बढ़ाने के लिए भी प्रोत्साहित करते हैं। इसके अलावा, कोहरे की स्थिति के बारे में जानकारी साझा करने और दुर्घटनाओं के मामले में सहायता करने के लिए संपर्क नंबर के साथ टोल प्लाजा पार करने वाले यात्रियों को सुरक्षा जागरूकता पंपलेट भी वितरित किए जाएंगे।

इसके अलावा, एनएचएआई के क्षेत्रीय कार्यालयों को राजमार्ग पर दृश्यता का जायजा लेने और आवश्यकतानुसार अतिरिक्त प्रावधान करने के लिए स्थानों की पहचान करने हेतु एनएचएआई अधिकारियों, स्वतंत्र इंजीनियरों, रियायतग्राही/ठेकेदार की टीम द्वारा साप्ताहिक आधार पर रात्रि के समय राजमार्ग निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही, घने कोहरे वाले हिस्सों के पास राजमार्ग गश्ती वाहन तैनात किए जाएंगे। राजमार्ग संचालन और रखरखाव टीम दुर्घटना की स्थिति में यातायात को निर्देशित करने के लिए लाल/हरे रंग की ब्लिंकिंग बैटन ले जाएगी और स्थानीय कानून प्रवर्तन, एम्बुलेंस सेवाओं और नगरपालिका अधिकारियों के साथ निर्बाध सहयोग स्थापित करेगी। कोहरे से संबंधित आपात स्थितियों के दौरान कुशल समन्वय सुनिश्चित करने के लिए एनएचएआई टीम संयुक्त अभ्यास और कार्य भी करेगी।

एनएचएआई सर्दियों के मौसम के दौरान राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रा के जोखिम को कम करने और राष्ट्रीय राजमार्ग का इस्तेमाल करने वालों के लिए एक सुरक्षित और सहज यात्रा अनुभव सुनिश्चित करने हेतु सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है

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