हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत और गंगा असनोड़ा थपलियाल सम्मानित

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uttarakhandhimalaya.in
देहरादून, 29   मई।  हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर  उत्तराखंड पत्रकार यूनियन की देहरादून इकाई द्वारा आयोजित  समारोह में  पडित जुगल किशोर  उनके द्वारा प्रकाशित -सम्पादित पहले हिंदी अख़बार उदन्त मार्तण्ड  के उद्देश्यों को अक्षुण रखने और पत्रकारिता के मानदंडों पर चलने का संकल्प लिया गया।
सोमवार को उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत और गंगा असनोड़ा थपलियाल को सम्मानित किया गया। डीएवी (पीजी)कालेज में पत्रकारिता विभाग के डा. विमलेश डिमरी और डा. जितेंद्र को भी सम्मानित किया गया। वरिष्ठ पत्रकार निशीथ जोशी, डा. देवेंद्र भसीन व डा. सुरेखा डंगवाल को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि दून विश्वविद्यालय की कुलपति डा. सुरेखा डंगवाल ने कहा कि वर्तमान में पत्रकारिता को वैश्वीकरण और टेक्नोलॉजी के आंधी-तूफान का सामना करना पड़ रहा है। शिक्षा व पत्रकारिता जगत अर्थतंत्र में फंस चुके हैं। अजेय रहने वाली पत्रकारिता को बचाना हम सभी की जिम्मेदारी है। यह परा सत्य (पोस्ट ट्रुथ)दौर है। इसमें सच और झूठ के बीच अंतर करना आसान काम नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को स्वायत्त बनाना और इसको जिंदा रखना बड़ी चुनौती है। शिक्षा जगत भी अंधड़ के इस दौर में बहुत दबाब में है। विश्वविद्यालयों पर खुद कमाई करने का दबाब है।
मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार निशीथ जोशी ने कहा कि पत्रकारिता में लगातार बदलाव जारी है। बदलाव के दोनों ही आयाम हैं। पेशेवर पत्रकारों को भी मीडिया के आर्थिक पक्ष को देखना ही पड़ेगा। इस दबाब में पत्रकारों को खुद को साबित करना होगा। पत्रकारिता में जहां एक ओर विश्वसनीयता घटी है वहीं इसमें इजाफा भी हुआ है। उन्होंने कहा कि हमें पत्रकारिता और पत्रकारों के स्तर का भी श्रेणीकरण करते रहना होगा। व्यवसायिकता के दबाब में मूल्यों को कायम रखना आसान नहीं है। बाजार, सरकारों का दबाव बढ़ने ही वाला है। वह बोले कि संपादकों को दोहरे मापदंड से बचना चाहिए। मातहतों पर अनावश्यक प्रेशर बनाना हम लिहाज से गलत है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता में सबसे बड़ा संकट पत्रकारों का विचारधारा के आधार पर बंट जाना भी है।
डा. देवेंद्र भसीन ने कहा कि इस समय पत्रकारिता का स्वरूप बदल गया है। मंथन करने पर समाधान होगा। वरिष्ठ पत्रकार जय सिंह रावत ने कहा कि पत्रकारों को उपभोक्तावादी संस्कृति से बचना होगा। उत्तराखंड में पत्रकारिता की समृद्ध विरासत है। प्रेस क्लब के अध्यक्ष अजय सिंह राणा ने कहा कि जनसरोकार वाली पत्रकारिता को बचाना होगा। गंगा असनोड़ा थपलियाल ने कहा कि साहस की बदौलत पत्रकारिता विजयी होगी।  कार्यक्रम का संचालन जिलाध्यक्ष अनिल चंदोला ने किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तराखंड पत्रकार यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष भूपेंद्र कंडारी ने की और संचालन प्रदेश महामंत्री हरीश जोशी, व जिला अध्यक्ष अनिल चंदोला ने किया। कार्यक्रम में संरक्षक   दर्शन सिंह रावत,  गिरिधर शर्मा, यूनियन के कोषाध्यक्ष राजेश बड़थ्वाल, यूनियन के महामंत्री योगेश रतूड़ी, प्रेस क्लब के महामंत्री विकास गुंसाई, शूरवीर सिंह भंडारी,
संजय किमोठी, राजीव थपलियाल, शिशिर प्रशांत, गौरव मिश्रा, गीता मिश्रा, अभिषेक मिश्रा, प्रदेश सचिव सुशील रावत, जनपद उपाध्यक्ष इंद्रदेव रतूड़ी, संगठन मंत्री तिलक राज, विनोद पुंडीर, मीना नेगी, दरबान सिंह, केएस बिष्ट, मंगेश कुमार , प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष जितेंद्र अन्थवाल के साथ ही काफी संख्या में पत्रकार उपस्थित थे।

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