उत्तराखण्ड में भू कानून पर बात बढ़ी आगे ; सरकार ने आमंत्रित किये सुझाव
पोखरी, 2 दिसंबर ( राणा)। शासन के निर्देशानुसार उत्तराखण्ड भूमि विधियों पर मतब्य हेतू उपजिलाधिकारी अबरार अहमद की अध्यक्षता में तहसील सभागार में सोमवार को प्रबुद्ध नागरिकों व्यापारियों की बैठक संपन्न हुई।
बैठक में वर्तमान उत्तराखंड भूमि कानून पर चर्चा हुई तथा उसमें आवश्यक संशोधनों हेतु उनके सुझाव लिये गये । बैठक पूर्व प्रमुख नरेंद्र रावत ने सुझाव दिया कि वर्तमान उत्तराखंड भूमि सुधार कानून को रद्द कर उत्तराखंड को संविधान की पांचवीं अनूसूची में शामिल किया जाय जिससे जम्मू कश्मीर, नागालैंड, मिजोरम की तर्ज पर उत्तराखंड को जनजाति का दर्जा मिल सके ।
एडवोकेट श्रवन सती ने उत्तराखंड में भूमि वन्दोवस्त कानून लागू करने की मांग की और कहा कि उत्तराखंड में बाहरी लोगों को कृषि भूमि की खरीददारी करने पर प्रतिबंध लगाया जाय । एडवोकेट देवेन्द्र वर्तवाल ने उत्तराखंड का अपना भूमि अधिनियम कानून बनाने और मूल निवास प्रमाण पत्र कानून लागू करने का सुझाव दिया ।
एडवोकेट देवेन्द्र राणा ने सुझाव दिया कि उत्तराखंड का अपना भू कानून होना चाहिए । निवर्तमान प्रधान संगठन के ब्लांक अध्यक्ष धीरेन्द्र राणा ने सुझाव दिया कि बाहरी लोगों को उत्तराखंड में कृषि भूमि खरीदने पर पूर्ण रोक लगायी जाय । एडवोकेट जीत सिंह रौथाण ने सुझाव दिया कि उत्तराखण्ड में पहले भूमि बंदोबस्त कानून लागू किया जाय फिर अपना भू कानून बनाया जाय ।
पूर्व पार्षद बिष्णु प्रसाद चमोला ने आश्वासन दिया कि वर्तमान भू कानून की आड़ में भू माफियाओं द्बारा उत्तराखंड में बड़े बड़े शिक्षण और स्वास्थ्य संस्थानों को खड़ा कर सैकड़ों एकड़ भूमि की खरीददारी कर ब्यवसाय किया जा रहा है जिस पर अंकुश लगाया जाय । पत्रकार राजेंद्र असवाल ने भी वर्तमान भूमि कानून को निरस्त कर भू माफियाओं पर नकेल कसने की बात कही।
एडवोकेट विनोद, वन पंचायत सरपंच शिशुपाल वर्तवाल, मोहन लाल, सहित तमाम लोगों ने भू कानून सुधार पर अपने सुझाव दिए।वहीं उपजिलाधिकारी अबरार अहमद ने कहा कि सभी लोगों के सुझावों को एकत्रित कर वे स्तर से शासन को भेज देंगे।
बैठक में एडवोकेट श्रवन सती, एडवोकेट देवेन्द्र वर्तवाल एडवोकेट विनोद कुमार एडवोकेट, देवेन्द्र राणा, पत्रकार राजेंद्र असवाल, एडवोकेट जीत सिंह रौथाण, पूर्व प्रमुख नरेंद्र रावत, पूर्व पार्षद बिष्णु प्रसाद चमोला, मोहन लाल, रजिस्ट्रार कानूनगो दलवीर सिंह नेगी, राजस्व उपनिरीक्षक मनोज वर्तवाल, राजस्व उपनिरीक्षक मनोज वर्तवाल, नीरज स्वरुप , सहित तमाम लोग मौजूद थे ।