खुल गए उत्तराखंड के रहस्यमय लाटू देवता के कपाट, जिसके दर्शन वर्जित हैं : पुजारी की आँखों पर भी पट्टी बंधी होती है
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–हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट —
थराली, 5 मई। नंदा भगवती एवं लाटू देवता के जयकारों के बीच प्रसिद्ध लाटू धाम वांण के कपाट शुक्रवार को दोपहर 2.20 मिनट खुला गया।इस अवसर पर रहस्मयी गर्भगृह खोला गया। जहां पर धाम के मुख्य पुजारी खीम सिंह नेगी ने करीब आधे घंटे तक आंखों एवं मुंह पर पट्टी बांध कर पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की प्रार्थना की। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी,पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज आदि की ओर से थराली के विधायक भूपाल राम टम्टा ने धाम में प्रदेश,देश की जनता सुख, समृद्धि, खुशहाली की प्रार्थना की।इस दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं को कपाट खुलने की बधाई दी।
उत्तराखंड में यह एक ऐसा रहस्यमय मंदिर हैं, जहां महिला और पुरुष किसी भी श्रद्धालु को मंदिर के अन्दर जाने की इजाजत नहीं है। यहां भक्त तो क्या मंदिर के पुजारी को भी भगवान के दर्शन नहीं मिलते हैं। पुजारी अपनी आंखों पर पट्टी बांध कर यहां पूजा अर्चाना करते हैं। जी हां आपको जान कर हैरानी होगी की यहां पुजारी के अलावा कोई प्रवेश नहीं कर सकता, मंदिर में विराजमान नागराज और उनकी अद्भुत मणि का होना बताया जाता है।
यह मन्दिर उत्तराखंड के चमोली जिले में देवाल ब्लॉक में वांण नामक स्थान पर स्थापित है। यह देवस्थल लाटू मंदिर नाम से विख्यात है। लोक मान्यता के अनुसार लाटू देवता उत्तराखंड की आराध्या नंदा देवी के धर्म भाई हैं। वांण गांव प्रत्येक 12 वर्षों पर होने वाली उत्तराखंड की सबसे लंबी पैदल यात्रा श्रीनंदा देवी की राज जात यात्रा का बारहवां पड़ाव है। यहां लाटू देवता वांण से लेकर हेमकुंड तक अपनी बहन नंदा देवी की अगवानी करते हैं। लाटू देवता वांण गांव से हेमकुंड तक नंदा देवी का अभिनंदन करते हैं। मंदिर का द्वार वर्ष में एक ही दिन वैशाख मास की पूर्णिमा के दिन खुलता हैं। इस दिन पुजारी इस मंदिर के कपाट अपने आंख-मुंह पर पट्टी बांधकर खोलते हैं। देवता के दर्शन भक्त दूर से ही करते हैं। जब मंदिर के कपाट खुलते हैं तब विष्णु सहस्रनाम और भगवती चंडिका पाठ का आयोजन होता है।
शुक्रवार को प्रात:काल से ही लाटू धाम वांण में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ने लगा था।धाम में प्रात: 5 बजें से भक्त पूजा-अर्चना में जुट गए थे। समय बढ़ाने के साथ ही श्रद्वालुओं का हुजूम उमड़ता रहा रही। 10 बजें से मंदिर परिसर में दर्शकों के साथ ही क्षेत्र के श्रद्वालुओं के द्वारा नंदा,लाटू के झोड़े चाचरी लगाना शुरू कर दिया जोकि कि 1.30 तक चलता रहा। इसके बाद पौने दो बजे से पचनाम देवता अवतरित हुए जोकि नाचते हुए श्रद्वालुओं को आशीर्वाद दिया। इसके बाद धाम के मुख्य पुजारी खीम सिंह नेगी लाटू के पंडित उमेश चंद्र कुनियाल,हरी चंद्र कुनियाल व रमेश कुनियाल से संकल्प एवं पूजन सामग्री लेकर मुंह व आंखों में पट्टी बाध कर रहस्मयी गर्भगृह में गए जहां पर उन्होंने आधे घंटे तक पूजा-अर्चना कर रहस्मयी गर्भगृह को बंद कर दिया।उसके बाद दर्शनों में तेजी आ गई। इस दौरान जिन की मनौतियां पूरी हुई उन्होंने धाम में विशेष पूजा की।इस अवसर पर भाजपा मंडल अध्यक्ष उमेश मिश्रा, महामंत्री युवराज बसेड़ा, आनंद बिष्ट,जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र बिष्ट, विधायक प्रतिनिधि सुरेंद्र बिष्ट, प्रधान जीवन मिश्रा, भाजपा नेत्री नंदी कुनियाल,लता कोहली, मंजू परिहार,दीपा, मंडल मंत्री नरेंद्र बागड़ी, बद्रीनाथ के डीएफओ सर्वेश दुबे, रेंजर हरीश थपलियाल सहित तमाम अधिकारी, कर्मचारी,जनप्रतिनिधियों मौजूद रहे।इस अवसर पर
मंदिर कमेटी अध्यक्ष कृष्णा बिष्ट, सचिव खिलाप सिंह, कोषाध्यक्ष हीरा सिंह बुग्याली, उपाध्यक्ष हीरा पहाड़ी, सरपंच महीपाल सिंह,ग्राम प्रधान पुष्पा देवी, महिला व युवक मंगल दल अध्यक्ष नंदी देवी, देवेंद्र सिंह, हिम्मत सिंह, सुरेंद्र सिंह बिष्ट,हीरा सिंह आदि ने अतिथियों एवं श्रद्वालुओं का स्वागत किया। जबकि थराली थाने के प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र सिंह रावत, देवाल चौकी इंचार्ज दिनेश पवांर मयफोर्स शांति व्यवस्था में जुटे रहे।