चमोली में भूकंप सुरक्षा परक विद्यालयों के निर्माण पर बल
गौचर, 20 दिसंबर (गुसाईं) । जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में स्कूल डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान विषय पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनपद चमोली में भूकंप सुरक्षा परक विद्यालयों के निर्माण पर बल दिया गया।
डाइट गौचर में आयोजित दो दिवसीय विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम में डा० रघुनन्दन सिंह टोलिया उत्तराखण्ड प्रशासन अकादमी नैनीताल द्वारा आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम के उद्धघाटन सत्र में जनपद के गणमान्य अतिथियों में कर्णप्रयाग के उप जिला अधिकारी संतोष पांडे, डाइट के प्राचार्य आकाश सारस्वत, वरिष्ठ संकाय सदस्य लखपत बर्वाल द्वारा कार्यक्रम की उपयोगिता एवं प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम की उपयोगिता के बारे में अकादमी के द्वारा प्रत्येक जनपद में पहुँच कर इस प्रशिक्षण की जानकारी देने पर बल दिया गया।
कार्यक्रम. निदेशिका डा मंजू पांडे द्वारा कार्यक्रम की रूप-रेखा व उद्देश्यों के विषय में विस्तृत जानकारी साझा की। उनका कहना था की हमारा राज्य विभिन्न आपदाओं के लिहाज से बहुत ही संवेदनशील है जिसमें भूकम्प एक वृहद आपदा के रूप में है। जोन 4 एवं जोन 5 में होने के कारण हमें भूकम्प सुरक्षा परक विद्यालय स्तरीय पूर्व तैयारियां किए जाने की अत्यन्त आवश्यकता है।
विद्यालय सुरक्षा कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों, शिक्षकों और विद्यालय स्टॉफ को प्राकृतिक आपदाओं, मानव निर्मित आपदाओं व अन्य विपरीत स्थितियों से बचाने के लिए तैयार करना है।
संस्थान में सुरक्षित वातावरण का निर्माण, आपदा प्रबन्धन जागरूकता, प्रशिक्षण व तैयारियां, जोखिम मूल्यांकन, आपातकालीन योजनाओं का विकास व सामुदायिक भागीदारी को सुनिश्चित करना है। कार्यक्रम के प्रथम दिवस पर चिकित्सा अधिकारी डा रजत कुमार पीएचसी गौचर द्वारा प्राथमिक चिकित्सा,अग्निशमन विभाग से अग्निशमन अधिकारी प्रतीक द्वारा घरेलू व्यासायिक वनाग्नि को नियंत्रित करने के विषय में जानकारियां साझा की गई।
कार्यक्रम में कर्णप्रयाग राजकीय इण्टर कॉलेज एवं अन्य विद्यालयों से लगभग 65 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। कार्यक्रम में गोपाल प्रसाद कपरूवाण ,सुबोध डिमरी प्रवक्ता डायट गौचर, मनोज धपवाल व कुश बिष्ट उत्तराखण्ड प्रशासन अकादमी नैनीताल आदि ने प्रतिभाग किया।