केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने ‘टाइगर’ को लिया गोद, नाम दिया ‘अग्निवीर’
एडॉप्शन प्रोग्राम के तहत 70 लोगों ने यहां जानवर गोद लिए है। लोगों को अधिक संख्या में जानवरों को गोद लेने को प्रेरित करने के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने टाइगर को गोद लिया। उन्होंने गोद लिए टाइगर के रखरखाव पर होने वाले खर्च 2 लाख का भुगतान ऑनलाइन के माध्यम से किया। पीसीसीएफ पश्चिम बंगाल सौमित्रा दास गुप्ता ने कहा कि केंद्रीय राज्यमंत्री श्री चौबे द्वारा टाइगर को गोद लेने से अन्य प्रेरित होंगे।
गंगटोक से आने के क्रम में उन्होंने सफारी का निरीक्षण किया। इस दौरान एडॉप्शन प्रोग्राम (गोद अभियान) के तहत लोगों में जागरूकता के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री श्री चौबे ने टाइगर को गोद लिया। उन्होंने कहा कि मैंने केदारनाथ धाम में प्रकृति का रौद्र रूप देखा है। प्रकृति के संरक्षण के लिए सभी को जागरूक रहना चाहिए। ताकि इस तरह की घटनाएं न हो। आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर लोगों में जागरूकता के साथ केदारनाथ त्रासदी के हुतात्माओं की याद में टाइगर गोद लिया है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संतुलन में जीव जंतुओं की प्रमुख भूमिका है। उनका संरक्षण जरूरी है। इसके लिए लोगों को नियमित रूप से जागरूक करते रहने की भी जरूरत है। इस मौके पर मौजूदा अधिकारियों को “जीव जंतु गोद अभियान” के बारे में जागरूकता अभियान नियमित रूप से चलाने के लिए निर्देशित किया।
केंद्रीय राज्यमंत्री श्री चौबे बंगाल सफारी के निरीक्षण के दौरान जीव जंतुओं के रख रखाव से भी अवगत हुए।
उन्होंने केंद्रीय राज्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। बंगाल सफारी निरीक्षण के दौरान आईजी आईआरओ कोलकाता सोमादास, डीएफओ वाइल्ड लाइफ दार्जलिंग हरीश, बंगाल सफारी नॉर्थ बंगाल वाइल्ड एनिमल्स पार्क की सहायक निदेशक अनुराधा राय तथा अन्य अधिकारी मौजूद थे।