आपदा/दुर्घटना

उत्तराखंड आपदा प्रबंधन उपाध्यक्ष रुहेला ने पौड़ी के अधिकारियों के साथ की समीक्षा

पौड़ी, 28 जुलाई (शिवाली)। मानसून के दौरान राहत एवं बचाव कार्याे को लेकर जनपदों की स्थिति की समीक्षा हेतु उपाध्यक्ष राज्य आपदा प्रबंधन, विनय रुहेला ने अपने एक दिवसीय जिला भ्रमण के दौरान आपदा से राहत एवं बचाव कार्याे को लेकर जिला कार्यालय सभागार में जिलास्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली।

उन्होंने एक ओर जहां एसडीआरएफ के अन्तर्गत कराये जा रहे बचाव कार्याे को लेकर जिला प्रशासन की सराहना की, वहीं सड़क, विद्युत, पेयजल, खाद्य्य आपूर्ति, विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि आपदा से प्रभावित अपने-अपने विभाग की परिसम्पत्तियों को युद्व स्तर पर कार्य करते हुए दुरुस्थ रखें।

उपाध्यक्ष उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन श्री रुहेला ने कहा कि सभी जिलास्तरीय अधिकारी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जनहित से जुड़े कार्यों व योजनाओं को उस पर अपडेट करते रहें। उन्होने कहा कि इस प्रक्रिया के माध्यम से एक ओर जहां आम जनमानस व सरकारी मशीनरी के बीच सामंजस्य स्थापित करने में मदद मिलेगी, वहीं लोगों की शिकायतों को टेकअप करने व उनके निस्तारण में मदद मिलेगी। चालू मानसून सीजन के दौरान किसी भी आपदा से निपटने के लिए उन्होंने अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के साथ-साथ अपने विभागीय संसाधनों यथा मेन पावर व उपकरणों को दुरुस्त रखने को कहा है।

उन्होंने मानसून के दौरान सड़कों के बंद होने की स्थिति में गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने को कहा। जनपद क्षेत्रांतर्गत विद्युत विभाग की झूलती तारों व झुके हुए खम्बों को लेकर उन्होंने विद्यतु विभाग के अधिकारियों को कहा कि बरसात में नमी के कारण करंट लगने की सम्भावनाएं बढ़ जाती है, जिस कारण विद्युत विभाग को अपने यात्रिक सेटअप की लगातार जांच परख करते रहने की आवश्यकता है।

उन्होंने जनपद में नगर निकायों के क्षेत्रांतर्गत बंद नालियों को खुलवाने, नगर के आंतरिक मोटर मार्गाे को गढ्ढा मुक्त करने के साथ-साथ नगरों को स्वच्छ बनाये रखने की बात कही। उन्होने पूर्ति विभाग को गोदामों खाद्य्य सामग्री का पर्याप्त स्टॉक रखने, पशुपालन विभाग को बरसात के मौसम में पनपने वाली बीमारियों से पशुओं की सुरक्षा हेतु गांवों का भ्रमण कर टीकाकरण की कार्यवाही करने, जल संस्थान को निर्बाध पेयजल आपूर्ति कराते रहना, दूरसंचार विभाग को संचार सेवा क्षेत्र के विस्तार किये जाने को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं। बैठक में जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने जनपद क्षेत्रांतर्गत दैवीय आपदा के अंतर्गत किये जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों का प्रस्तुतिकरण करते हुए कहा कि जनपद में कुल 58 भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र है।

स्वास्थ्य सुविधाओं के तहत 13 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 09 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 36 विभागीय एम्बुलेंस जबकि 28 एम्बुलेंस 108 के रूप में शामिल है। आपदा के दौरान मोटर मार्गाे को सुचारू रखने के लिए कुल 81 जेसीबी व 2 पोकलेन लोनिवि की देखरेख में तैनात है। यातायात को सुरक्षित बनाने के लिए लोनिवि द्वारा 534 किमी लम्बे लोनिवि के मोटर मार्गाे पर क्रेश बेरियर लगाए जा चुके हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!