जल संस्थान की लापरवाही से गौचर में पेय जल संकट
—गौचर से दिगपाल गुसाईं —
जल संस्थान की घोर लापरवाही के चलते क्षेत्र में पिछले कई दिनों से भारी पेयजल का संकट बना हुआ है। ताजुब तो इस बात का है गौचर में बैठे संस्थान के अधिशासी अभियंता इस बात से अनभिज्ञता जाहिर कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार पालिका क्षेत्र के लिए प्राकृतिक जल श्रोत से जिस पाइप लाइन से पेयजल मुहैया कराया जाता है उस लाइन के पाइप पिछले 10 पहले क्षतिग्रस्त हो गए थे। जिससे पालिका क्षेत्र के बंदरखंड सहित कई क्षेत्रों में पेयजल संकट गहराने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बंदरखंड महिला संगठन अध्यक्ष उर्मिला धरियाल, पूर्व अध्यक्ष विजया गुसाईं, कंचन कनवासी, आदि महिलाओं का है कि इस संबंध में कई बार जल संस्थान के अधिशासी अभियंता,अवर अभियंता को पेयजल संकट से अवगत कराया गया है। लेकिन ताजुब तो इस बात का है कि आवश्यक सेवा में सुमार इस विभाग के अधिकारी आज तक पाइप लाइन नहीं जोड़ पाए हैं। संस्थान के कर्मचारी किसी तरह से जुगाड़ के सहारे पानी चला रहे हैं जो ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है।
विभागीय अधिकारी कितने निरंकुश हो गए हैं इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वर्तमान में जनपद चमोली के भराड़ीसैंण में विधानसभा सत्र के लिए पूरी सरकार यही डटी हुई है। इस दौरान अधिकारियों व मंत्रियों का गौचर में लगातार आना जाना हो रहा है। बावजूद इसके जल संस्थान के अधिकारी जनता की समस्याओं के प्रति भारी लापरवाह बने हुए हैं।
हालांकि पालिका क्षेत्र को पेयजल मुहैया कराने के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर पेयजल लिफ्ट योजना का निर्माण भी किया गया है। लेकिन दुःख इस बात का है कि यह योजना भी भारी भरकम जेनरेटरों के बावजूद विधुत सप्लाई ठप्प होने पर भी बंद हो जाती है।इस योजना का खराब होना तो आम बात हो गई है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश नेगी, नगर अध्यक्ष सुनील पंवार, पालिका सभासद अजय किशोर भंडारी,ताजबर कनवासी, पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष संदीप नेगी, आदि लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा कि समय रहते पेयजल आपूर्ति सुचारू नहीं की गई तो आन्दोलन चलाया जाएगा।