राष्ट्रीय

कर्ज चुकाने के लिए पिता ने पैसे देने से इंकार किया तो बेटे ने सिर पर सिल-बट्टा मारकर कर दी हत्या

गोरखपुर। पिता की हत्या के बाद प्रिंस घर में रखा सब्जी काटने वाला चाकू लाया और पिता की गर्दन काटने लगा। धार तेज नहीं होने की वजह से चाकू मुड़ गया। इसके बाद वह घर में रखा आरी वाली ब्लेड लाया और गर्दन काटकर अलग कर दी। तिवारीपुर में पिता की हत्या करने के आरोपी प्रिंस से पुलिस ने पूछताछ की तो उसके चेहरे पर कोई पछतावा नहीं दिखा। पुलिस को उसने बताया कि पिता की गर्दन काटते समय उसके हाथ कांप रहे थे, लेकिन मारने का कोई पछतावा नहीं है। यह भी बताया कि हत्या के बाद वह शव के टुकड़े करके सूटकेस में भरकर दूर ले जाकर फेंक देता, ताकि किसी को पता न चले, लेकिन छोटे भाई के आ जाने से सूटकेस को गली में रखना पड़ा। छोटे भाई प्रशांत ने बताया कि वह जब घर पहुंचा तो भाई बाहर ही मिल गया था।

पिता के बारे में पूछने पर उसके चेहरे से नहीं लग रहा था कि उसने हत्या की है। उसने आराम से बताया कि शाम सात बजे से ही पिता नहीं दिखे हैं, कहीं गए होंगे। इसके बाद जब पुलिस को सूचना दी गई तब भी वह आराम से खड़ा था। बाद में पुलिस की सख्ती पर उसने बताया कि पिता की हत्या कर दी है और शव के पास ले गया। प्रशांत ने बताया कि पूजा घर में खून के छींटे दिखे थे। उसे साफ किया गया था, लेकिन पूरी तरह से साफ नहीं हो पाया था। तभी उसे भाई पर शक हो गया था। इसकी एक वजह यह भी कि पिछले कुछ दिनों से वह पिता से अक्सर झगड़ा कर रहा था। मधुर मुरली के घर में एक सप्ताह से तनाव की स्थिति थी। प्रिंस अपनी पत्नी से झगड़ा करने लगा था। पिता से आए दिन रुपये को लेकर विवाद होता था। उसने पिता से कहा था कि एक दुकान उसे दे दें, जिसे वह किराये पर उठाकर काम चलाएगा।

होली से एक दिन पहले घर में ज्यादा विवाद होने पर आसपास के लोगों ने हस्तक्षेप किया था, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि प्रिंस ऐसा कदम उठाएगा। प्रशांत के मुताबिक, प्रिंस इन दिनों काफी कर्ज में डूबा था। उसने बाइक फाइनेंस कराई थी। किस्त नहीं जमा कर पा रहा था। इस वजह से कुछ दिनों पहले बैंक वाले बाइक उठा ले गए। इस वजह से वह काफी परेशान था। प्रिंस बाइक छुड़ाने के लिए पिता से रुपये मांग रहा था, लेकिन पिता ने देने से इन्कार कर दिया। उसने मोहल्ले के पास के एक युवक से भी कुछ रुपये उधार लिए थे। होली से पहले प्रिंस पत्नी पर मायके से रुपये मांगने का दबाव बना रहा था। इसी बात पर पत्नी से विवाद हुआ था।

पत्नी ने साफ कह दिया था कि जेवर पहले ही दे चुकी, अब कहां से आएगा। इसके बाद पत्नी छह साल के बेटे को लेकर अपने मायके चली गई। आपको बता दें कि बैंक का कर्ज चुकाने के लिए पिता ने पैसे देने से इंकार किया तो बेटे ने सिर पर सिल-बट्टा मारकर हत्या कर दी। इसके बाद गर्दन को चाकू और आरी से काटकर अलग कर दिया। फिर शव के टुकड़े करके उसे सूटकेस में भरकर घर के बगल की गली में चाय की दुकान में छिपा दिया। वारदात शनिवार की रात तिवारीपुर इलाके के सूर्य विहार आवास विकास कॉलोनी में हुई। मधुर मुरली गुप्ता (62) का बड़ा बेटा प्रिंस बैंक का 40 हजार कर्ज देने के लिए पैसे मांग रहा था।

किस्तें नहीं दे पाने पर बैंक वाले उसकी बाइक लेकर चले गए थे। मधुर के पैसे देने से मना करने पर प्रिंस ने उनकी हत्या कर दी। वह पिता के शव को ठिकाने लगा ही रहा था कि उसका छोटा भाई प्रशांत घर आ गया। उसने पिता को न देखकर संदेह होने पर पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी प्रिंस गुप्ता उर्फ संतोष को हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल कर ली।

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