बिन बरसात भूस्खलन से देवाल-खेता मोटर सड़क का हिस्सा टूट कर पिंडर नदी में समा गया, दर्जन गावों का शेष दुनिया से सम्पर्क कटा
–थराली/देवाल से हरेंद्र बिष्ट —
देवाल प्रखंड के अंतर्गत देवाल-खेता मोटर सड़क के किमी 16 में सुयालकोट नामक स्थान पर बिना बारिश के हो रहे भूस्खलन के कारण सड़क का एक बड़ा हिस्सा टूट कर पिंडर नदी में समा गया हैं। जबकि लगातार भूस्खलन का दायरा बढ़ता ही जा रहा है।इस स्थान पर आज चौथे दिन भी पेड़ों, पत्थर एवं मलुवा गिरने का सिलसिला जारी है।
सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण खेता, मानमती क्षेत्र के डेढ़ दर्जन से अधिक गांवों का यातायात संपर्क देश दुनिया के अन्य भागों से पूरी तरह कट गया हैं। इसके अलावा इस क्षेत्र में खाद्यान्न सहित अन्य जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति पूरी तरह से ठप हों गई हैं।जिससे इस क्षेत्र में समस्या बढ़ने का अंदेशा जताया जा रहा है।
पिंडारी संघर्ष समिति के अध्यक्ष युवराज सिंह बसेड़ा, देवाल के पूर्व जेष्ठ प्रमुख हरेंद्र कोटेड़ी, खेता, मानमती के खिलाप सिंह दानू आदि ने बताया कि भूस्खलन के कारण कोटेड़ा-सुयालकोट पैदल मार्ग जोकि क्षतिग्रस्त सड़क के ऊपरी भाग से गुजर रहा हैं। वह रस्ता भी भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गया हैं। मोटर सड़क क्षतिग्रस्त होने के बाद खेता मानमती के ग्रामीण इसी रस्ते से पैदल आ-जा रहें थे। किंतु पैदल रस्ता भी बंद हों जाने के कारण आने-जाने की चुनौती खड़ी हो गई हैं।
उधर पीएमजीएसवाई के कर्णप्रयाग डिवीजन के अधिशासी अभियंता प्रमोद गंगाड़ी ने बताया कि सुयालकोट में सड़क का बढ़ा हिस्सा भूस्खलित हों कर नदी में समा गया हैं। अभी भी पहाड़ी टूटने का सिलसिला लगातार जारी हैं और भूस्खलन का दायरा भी बढ़ता जा रहा है। जिससे इस स्थान पर सड़क को खोलने का काम शुरू नही किया जा सकता हैं।
भूस्खलन रूकने के बाद ही सड़क खोलने के उपाय खोजे जाएंगे। जानकारों के अनुसार सुयालकोट भूस्खलन रूकने की फिलहाल संभावना नही दिख रही हैं। और जिस तरह से सड़क क्षतिग्रस्त हुई हैं उसे देख कर अनुमान लगाया जा जल्द इस स्थान पर मोटर गाड़ियों के लिए तों दूर पैदल एवं अश्व मार्ग बनाने में भी लंबा समय लग सकता हैं। ऐसी स्थिति में इस क्षेत्र के लोगों को आने वाले दिनों में और अधिक दक्कतों से दो-चार होना पड़ सकता हैं।