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गणतंत्र दिवस परेड 2023 : भारत के स्वदेशी सैन्य कौशल, सांस्कृतिक विविधता और नारी शक्ति का प्रदर्शन

—By Usha Rawat —

राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु 26 जनवरी, 2023 को नई दिल्ली में कर्तव्य पथ से 74वें गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्र का नेतृत्व करेंगी। मिस्र के राष्ट्रपति श्री अब्देल फत्ताह अल-सिसी परेड में मुख्य अतिथि होंगे। आजादी के 75वें वर्ष को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मनाए जाने वाले पिछले साल के समारोह को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष के समारोह उत्साह, जोश, देशभक्ति की भावना और ‘जन भागीदारी’ के गवाह बनेंगे, जैसा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कल्पना की थी।

महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती 23 जनवरी को सप्ताह भर चलने वाले समारोह की शुरुआत हुई। इस अवसर को चिह्नित करने के लिए, 23 और 24 जनवरी को नई दिल्ली में एक तरह का सैन्य टैटू और जनजातीय नृत्य महोत्सव ‘आदि शौर्य – पर्व पराक्रम का’ आयोजित किया गया था। इन कार्यक्रमों का समापन 30 जनवरी को होगा, जिसे शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है।

समारोह देश भर के नर्तकों के वंदे भारतम समूह के आकर्षक प्रदर्शन, वीर गाथा 2.0 प्रतिभागियों द्वारा बहादुरी की कहानियों, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर स्कूल बैंड द्वारा मधुर प्रदर्शन, पहली बार ई-निमंत्रण, अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन शो और 3-डी एनामॉर्फिक प्रक्षेपण द्वारा चिह्नित किया जाता है।

परेड

गणतंत्र दिवस परेड, जो लगभग 1030 बजे शुरू होगी, देश की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता का एक अनूठा मिश्रण होगी, जो देश की बढ़ती स्वदेशी क्षमताओं, नारी शक्ति और एक ‘न्यू इंडिया’ के उद्भव को प्रदर्शित करती है।

परेड समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाने के साथ होगी। श्री मोदी शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित करने में देश का नेतृत्व करेंगे। इसके बाद, प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर सलामी मंच पर पहुँचेंगे।

परंपरा के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा और उसके बाद 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान होगा। सबसे पहली बार, 21 तोपों की सलामी 105 मिमी की भारतीय फील्ड गन से दी जाएगी। यह पुरानी 25 पाउंडर बंदूक की जगह लेंगी, जो रक्षा क्षेत्र में बढ़ती ‘आत्मनिर्भरता’ को प्रदर्शित करती है। 105 हेलीकॉप्टर यूनिट के चार एमआई-17 1वी/वी5 हेलीकॉप्टर कर्तव्य पथ पर मौजूद दर्शकों पर पुष्प वर्षा करेंगे।

परेड की शुरुआत राष्ट्रपति की सलामी लेने के साथ होगी। परेड की कमान परेड कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ, अति विशिष्ट सेवा मेडल, दूसरी पीढ़ी के सेना अधिकारी संभालेंगे। मुख्यालय दिल्ली क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल भवनीश कुमार परेड सेकेंड-इन-कमांड होंगे।

सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों के गौरवशाली विजेता उनके पीछे-पीछे आएंगे। इनमें परमवीर चक्र और अशोक चक्र के विजेता शामिल हैं। परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर (मानद कप्तान) बाना सिंह, 8 जेएके एलआई (सेवानिवृत्त); सूबेदार मेजर (मानद कप्तान) योगेंद्र सिंह यादव, 18 ग्रेनेडियर्स (सेवानिवृत्त) और सूबेदार (मानद लेफ्टिनेंट) संजय कुमार, 13 जेएके राइफल्स और अशोक चक्र विजेता मेजर जनरल सीए पीठावाला (सेवानिवृत्त); जीप पर डिप्टी परेड कमांडर के पीछे कर्नल डी श्रीराम कुमार और लेफ्टिनेंट कर्नल जस राम सिंह (सेवानिवृत्त) होंगे। परम वीर चक्र, शत्रु के सामने बहादुरी और आत्म-बलिदान के सबसे विशिष्ट कार्य के लिए प्रदान किया जाता है, जबकि अशोक चक्र, वीरता और इसके अलावा, दुश्मन के सामने आत्म-बलिदान के समान कार्यों को सम्‍मान देने के लिए प्रदान किया जाता है।

मिस्र की टुकड़ी

कर्नल महमूद मोहम्मद अब्देल फत्ताह एल खारासावी के नेतृत्व में पहली बार कर्तव्य पथ पर मार्च करते हुए मिस्र के सशस्त्र बलों का संयुक्त बैंड और मार्चिंग दल होगा। दल में 144 सैनिक शामिल होंगे, जो मिस्र के सशस्त्र बलों की मुख्य शाखाओं का प्रतिनिधित्व करेंगे।

भारतीय सेना की टुकड़ी

61 कैवलरी की वर्दी में पहली टुकड़ी का नेतृत्व कैप्टन रायज़ादा शौर्य बाली करेंगे। 61 कैवलरी दुनिया में एकमात्र सेवारत सक्रिय घुड़सवार कैवेलरी रेजिमेंट है, जिसमें सभी ‘स्टेट हॉर्स यूनिट्स’ का संयोजन है।

भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व 61 कैवेलरी के एक माउंटेड कॉलम, नौ मैकेनाइज्ड कॉलम, छह मार्चिंग टुकड़ियों और आर्मी एविएशन कॉर्प्स के एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) द्वारा एक फ्लाई पास्ट द्वारा किया जाएगा। मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन, नाग मिसाइल सिस्टम (एनएएमआईएस), बीएमपी-2 एसएआरएटीएच का इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल, क्विक रिएक्शन फाइटिंग व्हीकल, K-9 वज्र-ट्रैक्ड सेल्फ-प्रोपेल्ड होवित्जर गन, ब्रह्मोस मिसाइल, 10 मीटर शॉर्ट स्पैन ब्रिज, मोबाइल माइक्रोवेव नोड और मैकेनाइज्ड कॉलम में मोबाइल नेटवर्क सेंटर और आकाश (नई पीढ़ी के उपकरण) मुख्य आकर्षण होंगे।

मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट, पंजाब रेजिमेंट, मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट, डोगरा रेजिमेंट, बिहार रेजिमेंट और गोरखा ब्रिगेड सहित सेना की कुल छह टुकड़ियां सलामी मंच से आगे बढ़ेंगी।

पूर्व सैनिकों की झांकी

इस वर्ष परेड का एक और आकर्षण पूर्व सैनिकों की झांकी होगी, जिसका विषय होगा ‘संकल्प के साथ भारत के अमृत काल की ओर’ – एक वयोवृद्ध ‘प्रतिबद्धता’। यह पिछले 75 वर्षों में दिग्गजों के योगदान और ‘अमृत काल’ के दौरान भारत के भविष्य को आकार देने में उनकी पहल की एक झलक प्रदान करेगा।

भारतीय नौसेना की टुकड़ी

भारतीय नौसेना दल में 144 युवा नाविक शामिल होंगे, जिसका नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत कंटिजेंट कमांडर करेंगी। मार्च करने वाली टुकड़ी में पहली बार तीन महिलाएं और छह अग्निवीर शामिल हैं। इसके बाद नौसेना की झांकी होगी, जिसे ‘इंडियन नेवी – कॉम्बैट रेडी, क्रेडिबल, कोहेसिव एंड फ्यूचर प्रूफ’ थीम पर डिजाइन किया गया है। यह भारतीय नौसेना की बहु-आयामी क्षमताओं, नारी शक्ति और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के अंतर्गत स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित संपत्तियों को प्रदर्शित करेगा।

झांकी के आगे के हिस्से में डोर्नियर विमान के महिला चालक दल को दिखाया जाएगा, जो पिछले वर्ष किए गए सभी महिला चालक दल की निगरानी को उजागर करेगा। झांकी का मुख्य भाग नौसेना की ‘मेक इन इंडिया’ पहल को प्रदर्शित करेगा। समुद्री कमांडो तैनात ध्रुव हेलीकॉप्टर के साथ नए स्वदेशी नीलगिरी वर्ग के जहाज का एक मॉडल होगा। किनारों पर स्वदेशी कलवारी श्रेणी की पनडुब्बियों के मॉडल दर्शाए जाएंगे। झांकी का पिछला भाग आईडीईएक्स-स्प्रिंट चैलेंज के अंतर्गत स्वदेशी रूप से विकसित की जा रही स्वायत्त मानव रहित प्रणालियों के मॉडल प्रदर्शित करेगा।

भारतीय वायु सेना की टुकड़ी

स्क्वाड्रन लीडर सिंधु रेड्डी के नेतृत्व में भारतीय वायु सेना के दल में 144 वायु सैनिक और चार अधिकारी शामिल होंगे। वायु सेना की झांकी, ‘सीमाओं से परे भारतीय वायु सेना की शक्ति’ विषय पर तैयार की गई है, जो एक घूमते हुए ग्लोब को प्रदर्शित करेगी, जो भारतीय वायुसेना की विस्तारित पहुंच को उजागर करेगी, जिससे यह सीमाओं के पार मानवीय सहायता प्रदान करने में सक्षम रही है, साथ ही मित्र देशों के साथ अभ्यास भी किया गया है। यह लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस एमके- II, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर ‘प्रचंड’, एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल एयरक्राफ्ट नेत्रा और सी-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी प्रदर्शित करेगा। झांकी में लेजर डेजिग्नेशन उपकरण और विशेषज्ञ हथियारों के साथ लड़ाकू गियर में गरुड़ की एक टीम भी प्रदर्शित की जाएगी।

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठनडीआरडीओ झांकी और उपकरण

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) एक झांकी और उपकरणों का प्रदर्शन करेगा। झांकी का विषय ‘प्रभावी निगरानी, संचार और खतरों को बेअसर करने वाले राष्ट्र को सुरक्षित करना’ है। पहला भाग अंडरवाटर सर्विलांस प्लेटफॉर्म प्रदर्शित करेगा, जिसमें पनडुब्बियों के लिए यूशस -2 जैसे सोनार, जहाजों के लिए हम्सा श्रृंखला के सोनार और हेलीकॉप्टर लॉन्च निगरानी के लिए कम आवृत्ति वाले डंकिंग सोनार शामिल हैं।

इस झांकी के दूसरे भाग में डी4 काउंटर ड्रोन सिस्टम को प्रदर्शित करने वाले लैंड सर्विलांस, कम्युनिकेशन और न्यूट्रलाइजिंग प्लेटफॉर्म होंगे, जो रियल टाइम सर्च, डिटेक्शन, ट्रैकिंग और लक्ष्यों को बेअसर कर सकते हैं। क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल वेपन सिस्टम, बैटरी मल्टीफंक्शन रडार और मिसाइल लॉन्चर व्हीकल की दो इकाइयां भी प्रदर्शित की जाएंगी। तीसरा भाग एरियल सर्विलांस और कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम और टीएपीएएस बीएच मीडियम एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस यूएवी को प्रदर्शित करेगा। पिछला हिस्सा अर्धचालक अनुसंधान एवं विकास सुविधा के माध्यम से रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन की अनुसंधान गतिविधियों का प्रतिनिधित्व करेगा।

स्वदेशी रूप से विकसित व्हील्ड आर्मर्ड प्लेटफॉर्म (डबल्यूएचएपी), एक मॉड्यूलर 8X8 पहिए वाला कॉम्बैट प्लेटफॉर्म 70 टन के ट्रेलर पर ले जाया जा रहा है, जिसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन द्वारा उपकरण के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा।

भारतीय तटरक्षक दल

इंडियन कोस्ट गार्ड (आईसीजी) मार्चिंग दल का नेतृत्व डिप्टी कमांडेंट रोहित सिंह करेंगे। आईसीजी, 157 जहाजों और 78 विमानों के साथ, समुद्र में और समुद्र के खतरों का मुकाबला करने में सक्षम है। आईसीजी की निरंतर निगरानी ने इसकी स्थापना के बाद से 14,546 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के प्रतिबंधित पदार्थ की जब्ती की है, जिसमें अकेले 2022 में 2,620 करोड़ रुपये शामिल हैं। इसकी पहुंच और क्षमता का प्रदर्शन ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में दूर-दराज के 100 आबाद और गैर-आबादी वाले द्वीपों पर ध्वजारोहण के दौरान किया गया। आईसीजी महिला अधिकारिता में अग्रणी रहा है और महिला अधिकारियों को सभी क्षेत्रों में अवसर प्रदान करता रहा है।

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलसीएपीएफ और दिल्ली पुलिस की टुकड़ी

साथ ही कर्तव्य पथ पर मार्च करते हुए सहायक कमांडेंट पूनम गुप्ता के नेतृत्व में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ़); सहायक सुरक्षा आयुक्त सौरव कुमार के नेतृत्व में रेलवे सुरक्षा बल और सहायक पुलिस आयुक्त श्वेता एस सुगथन के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस के दल होंगे। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की ऊंट टुकड़ी डिप्टी कमांडेंट मनोहर सिंह खीची की कमान में सलामी मंच से मार्च पास्ट करेगी। पहली बार महिला ऊंट सवार परेड में भाग लेंगी, जो विभिन्न क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण का प्रदर्शन करेंगी।

राष्ट्री कैडेट कोरएनसीसी की टुकड़ी

राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) लड़कों की मार्चिंग टुकड़ी, जिसमें 148 वरिष्ठ डिवीजन कैडेट शामिल हैं, का नेतृत्व महाराष्ट्र निदेशालय के वरिष्ठ अवर अधिकारी पुजारी शिवानंद करेंगे। ओडिशा निदेशालय की वरिष्ठ अवर अधिकारी सोनाली साहू सभी 17 निदेशालयों से लिए गए 148 वरिष्ठ डिवीजन कैडेटों वाली एनसीसी गर्ल्स मार्चिंग टुकड़ी का नेतृत्व करेंगी।

राष्ट्रीय सेवा योजनाएनएसएस दल

राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) का मार्चिंग दल, जिसमें 148 स्वयंसेवक शामिल हैं, हिमाचल प्रदेश, एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशालय, चंडीगढ़ की आंचल शर्मा के नेतृत्व में मार्च करेंगे।

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार बहादुरी, कला और संस्कृति, खेल, नवाचार और समाज सेवा के क्षेत्र में असाधारण क्षमता और उत्कृष्ट उपलब्धि वाले बच्चों को प्रदान किया जाता है। विजेता ग्यारह बच्चों को जीपों में कर्तव्य पथ पर ले जाया जाएगा।

राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और मंत्रालयों/विभागों की झांकी

देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, आर्थिक प्रगति और मजबूत आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को दर्शाती तेईस झांकियां – राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों से 17 और विभिन्न मंत्रालयों / विभागों से छह झांकियां भी कर्तव्य पथ पर चलेंगी। राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों की 17 झांकियों का विवरण उनके विषय के साथ इस प्रकार है:

 

क्रम संख्या राज्य केंद्र शासित प्रदेश विषय
1 आंध्र प्रदेश प्रभाला तीर्थम – मकर संक्रांति के दौरान किसानों का त्योहार
2 असम नायकों और अध्यात्मवाद की भूमि
3 लद्दाख लद्दाख का पर्यटन और समग्र संस्कृति
4 उत्तराखंड मानसखंड
5 त्रिपुरा महिलाओं की सक्रिय भागीदारी के साथ त्रिपुरा में पर्यटन और जैविक खेती के माध्यम से सतत आजीविका
6 गुजरात स्वच्छ हरित ऊर्जा कुशल गुजरात
7 झारखंड बाबा बैद्यनाथ धाम
8 अरुणाचल प्रदेश अरुणाचल प्रदेश में पर्यटन की संभावनाएं
9 जम्मू-कश्मीर नया जम्मू कश्मीर
10 केरल नारी शक्ति
11 पश्चिम बंगाल कोलकाता में दुर्गा पूजा: यूनेस्को द्वारा मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत का वर्णन
12 महाराष्ट्र साढ़े तीन शक्तिपीठे और नारी शक्ति
13 तमिलनाडु महिला सशक्तिकरण और तमिलनाडु की संस्कृति
14 कर्नाटक नारी शक्ति महोत्सव
15 हरियाणा अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव
16 दादरा नगर हवेली और दमण तथा दीव जनजातीय संस्कृति और विरासत का संरक्षण
17 उत्तर प्रदेश अयोध्या दीपोत्सव

 

मंत्रालयों/विभागों की छह झांकियों का विवरण इस प्रकार है:

क्रम संख्या मंत्रालय /विभाग विषय
1 कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय (भारतीय परिषद कृषि अनुसंधान) अंतर्राष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष: 2023 – भारत की पहल
2 जनजातीय कार्य मंत्रालय एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस)
3 गृह मंत्रालय (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो: संकल्प @ 75 – नशा मुक्त भारत
4 गृह मंत्रालय (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में नारी शक्ति
5 आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (केंद्रीय लोक निर्माण विभाग) जैव विविधता संरक्षण
6 संस्कृति मंत्रालय शक्ति रूपेणसंस्थिता

सांस्कृतिक प्रदर्शन

राष्ट्रव्यापी वंदे भारतम नृत्य प्रतियोगिता के माध्यम से चुने गए 479 कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां गणतंत्र दिवस परेड में रंग भर देंगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम का विषय 326 महिला नर्तकियों द्वारा प्रस्तुत ‘नारी शक्ति’ होगा, जो 17 से 30 वर्ष की आयु वर्ग के 153 पुरुष नर्तकों द्वारा समर्थित है। वे पांच तत्वों पृथ्वी, जल, वायु, अंतरिक्ष और अग्नि के माध्यम से ‘नारी की शक्ति’ का चित्रण करते हुए शास्त्रीय, लोक और समकालीन संलयन नृत्य प्रस्तुत करेंगे। यह दूसरी बार है कि सांस्कृतिक कार्यक्रम के नर्तकों का चयन राष्ट्रव्यापी प्रतियोगिता के माध्यम से किया गया है।

मोटरसाइकिल प्रदर्शन

शो का एक अन्य आकर्षण कॉर्प्स ऑफ़ सिग्नल की डेयर डेविल्स टीम द्वारा एक रोमांचक मोटरसाइकिल प्रदर्शन होगा। वे विभिन्न प्रकार की संरचनाओं से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगे, जिसमें एक योग प्रदर्शन भी शामिल होगा।

फ्लाई पास्ट

ग्रैंड फिनाले और परेड का सबसे उत्सुकता से प्रतीक्षित खंड, फ्लाई पास्ट, भारतीय वायु सेना के 45 विमानों, भारतीय नौसेना के एक और भारतीय सेना के चार हेलीकॉप्टरों द्वारा एक सांसों को थाम देने वाला एयर शो देखा जाएगा। इसमें राफेल, मिग-29, एसयू-30, सुखोई-30 एमकेआई जगुआर, सी-130, सी-17, डोर्नियर, डकोटा, एलसीएच प्रचंड, अपाचे, सारंग और एईडब्ल्यूएंडसी जैसे पुराने और आधुनिक विमान/हेलीकॉप्टर कर्तव्य पथ के ऊपर, बाज, प्रचंड, तिरंगा, तंगैल, वजरंग, गरुड़, भीम, अमृत और त्रिशूल सहित विभिन्न रूपों को प्रदर्शित करते हुए आसमान में गर्जना करेंगे। राफेल लड़ाकू विमान द्वारा समापन वर्टिकल चार्ली युद्धाभ्यास किया जाएगा।

दूरदर्शन पिछले वर्ष की तरह फ्लाई पास्ट के दौरान कॉकपिट वीडियो प्रसारित करेगा। समारोह का समापन राष्ट्रगान और तिरंगे के गुब्बारे छोड़े जाने के साथ होगा।

विशेष आमंत्रित सदस्य

इस वर्ष समाज के सभी वर्गों के आम लोगों जैसे सेंट्रल विस्टा, कर्तव्य पथ, नवीन संसद भवन, दूध, सब्जी विक्रेता, पथ विक्रेता आदि के निर्माण से जुड़े श्रमयोगियों को निमंत्रण भेजा गया है। इन विशेष आमंत्रितों को कर्तव्य पथ पर प्रमुखता से बैठाया जाएगा।

अनूठी गतिविधियाँ

इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में कई अनूठी गतिविधियों का आयोजन किया गया। ये गतिविधियां हैं:

  1. सैन्य टैटू और जनजातीय नृत्य उत्सवआरडीसी के हिस्से के रूप में और नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती (पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता है) को चिह्नित करने के लिए 23 और 24 जनवरी, 2023 को जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम, नई दिल्ली में एक सैन्य टैटू और जनजातीय नृत्य उत्सव ‘आदि-शौर्य – पर्व पराक्रम का’ आयोजित किया गया था। 10 सैन्य टैटू और 20 जनजातीय नृत्य प्रदर्शनों से हजारों लोग मंत्रमुग्ध हुए। इस कार्यक्रम के बीच में प्रसिद्ध बॉलीवुड पार्श्व गायक श्री कैलाश खेर की प्रस्तुति भी हुई।
  2. वंदे भारतम 2.0: वंदे भारतम नृत्य प्रतियोगिता का दूसरा संस्करण आरडीसी 2023 के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया। लोक/आदिवासी, शास्त्रीय और समकालीन/फ्यूजन की शैलियों में 17-30 वर्ष के आयु वर्ग के प्रतिभागियों से 15 अक्टूबर से 10 नवंबर, 2022 तक प्रविष्टियां मांगी गई थीं। संस्कृति मंत्रालय के तत्वावधान में सात क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों द्वारा 17 नवंबर से 10 दिसंबर, 2022 तक राज्य/केंद्र शासित प्रदेश स्तर और क्षेत्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। ग्रैंड फिनाले 19 और 20 दिसंबर, 2022 को नई दिल्ली में आयोजित किया गया था, जिसमें 980 नर्तकियों ने भाग लिया था।
  3. वीर गाथा 2.0: पिछले वर्ष ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के एक भाग के रूप में शुरू की गई अनूठी परियोजनाओं में से एक वीर गाथा का आयोजन सशस्त्र बलों के वीरतापूर्ण कार्यों और बलिदानों के बारे में बच्चों में जागरूकता फैलाने और उन्हें प्रेरित करने के लिए किया गया था। इस वर्ष भी, त्रि-सेवाओं ने वीरता पुरस्कार विजेताओं के साथ स्कूली बच्चों की वर्चुअल और आमने-सामने की बातचीत का आयोजन किया और विद्यार्थियों (तीसरी से 12 वीं कक्षा तक) ने कविताओं, निबंधों, चित्रों, मल्टीमीडिया प्रस्तुतियों आदि के रूप में अपनी प्रविष्टियाँ प्रस्तुत कीं। पूरे देश से 19 लाख से अधिक प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं, जिनमें से 25 को विजेताओं के रूप में चुना गया था। 25 जनवरी को नई दिल्ली में एक समारोह में रक्षा मंत्री द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। वे आरडी परेड में भी शामिल होंगे।
  4. भारत पर्वपर्यटन मंत्रालय की ओर से 26 से 31 जनवरी, 2023 तक दिल्ली के लाल किला के सामने ज्ञान पथ पर ‘जन भागीदारी’ के विषय को दर्शाते हुए ‘भारत पर्व’ का आयोजन किया जाएगा। इसमें गणतंत्र दिवस की झांकी, सैन्य बैंड के प्रदर्शन, सांस्कृतिक प्रदर्शन, अखिल भारतीय व्यंजन परोसने वाले फूड कोर्ट और शिल्प बाजार प्रदर्शित किए जाएंगे।
  5. आमंत्रण: इस वर्ष, मेहमानों और दर्शकों के लिए भौतिक निमंत्रण कार्डों को ई-निमंत्रण द्वारा प्रतिस्थापित किया गया है। इस उद्देश्य के लिए एक समर्पित पोर्टल www.amantran.mod.gov.in शुरू किया गया। इस पोर्टल के माध्यम से टिकटों की बिक्री, प्रवेश पत्र, आमंत्रण पत्र और कार पार्किंग लेबल ऑनलाइन जारी किए गए हैं। इसने पूरी प्रक्रिया को अधिक सुरक्षित और कागज रहित बनाना सुनिश्चित किया और देश के सभी हिस्सों से लोगों को इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में भाग लेने में सक्षम बनाया।
  6. राष्ट्रीय समर स्मारकएनडबल्यूएम में स्कूल बैंड का प्रदर्शनबच्चों के बीच अनुशासन, टीम वर्क और राष्ट्रीय गौरव के मूल्यों को प्रोत्साहित करने के लिए गणतंत्र दिवस तक प्रतिस्पर्धा करने और प्रदर्शन करने के लिए विभिन्न स्कूलों के लिए एक अखिल भारतीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। रक्षा मंत्रालय द्वारा शिक्षा मंत्रालय के समन्वय से आयोजित प्रतियोगिता में 300 से अधिक स्कूलों ने भाग लिया। आठ स्कूल बैंड चुने गए, जिन्होंने 15 से 22 जनवरी, 2023 तक राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में प्रदर्शन किया। प्रिंस एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन, सीकर, राजस्थान को लड़कियों और लड़कों दोनों ब्रास बैंड श्रेणियों में विजेता घोषित किया गया। पाइप बैंड श्रेणी में, थर्बो हायर सेकेंडरी स्कूल, दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल ने लड़कों के वर्ग में शीर्ष स्थान हासिल किया, जबकि गवर्नमेंट गर्ल्स सेकेंडरी स्कूल, नामची, दक्षिण सिक्किम को लड़कियों के वर्ग में विजेता घोषित किया गया।
  7. ड्रोन शो: भारत में सबसे बड़ा ड्रोन शो, जिसमें 3,500 स्वदेशी ड्रोन शामिल हैं, 29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट समारोह के दौरान रायसीना पहाड़ियों पर शाम के समय आकाश को रोशन करेगा, शांत सिंक्रनाइज़ेशन के माध्यम से राष्ट्रीय आंकड़ों/घटनाओं के असंख्य रूपों को बुनेगा। यह स्टार्ट-अप इकोसिस्टम की सफलता, देश के युवाओं के तकनीकी कौशल को दर्शाएगा और भविष्य के पथ-प्रदर्शक रुझानों का मार्ग प्रशस्त करेगा। इस कार्यक्रम का आयोजन मैसर्स बोटलैब्स डायनेमिक्स द्वारा किया जाएगा।
  8. एनामॉर्फिक प्रोजेक्शन: पहली बार नॉर्थ और साउथ ब्लॉक के अग्रभाग पर बीटिंग द रिट्रीट समारोह के दौरान 3-डी एनामॉर्फिक प्रोजेक्शन का आयोजन किया जाएगा। —uttarakhandhimalaya .in —

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