विधानसभा बैकडोर भर्ती : कांग्रेस ने उठाया सवाल, नौकरी पाने वालों को सजा और नौकरी देने वाले को क्यों नहीं ?
–उत्तराखंड हिमालय ब्यूरो –
देहरादून, 25 सितम्बर । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला ने नगर के कांग्रेस जनों के साथ रेलवे रोड ऋषिकेश स्थित एक होटल में पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए विधानसभा भर्ती घोटाले की जाँच रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही को अधूरा बताया और कहा कि नौकरी पाने वालों को सजा और नौकरी देने वाले मंत्री को मंत्रालय का मज़ा क्यों दिया जा रहा है ।
जयेन्द्र रमोला ने कहा कि विधानसभा भर्ती घोटाले में आई जाँच समिति की रिपोर्ट में कहा गया कि वर्ष 2016 तक 150, वर्ष 2020 में 6 व वर्ष 2021 में 72 तदर्थ भर्तियाँ नियम के विरूद्ध की गई हैं इस सभी भर्तियों को करवाने में विधानसभा एक्ट में अनुच्छेद 14-16 का उल्लंघन किया गया है साथ ही कहा कि ये भर्तियाँ नियमानुसार नहीं हुई वहीं दूसरी ओर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल पूर्व में कहते रहे कि ये भर्तियाँ नियमानुसार है तो कहीं ना कहीं या तो समिति की रिपोर्ट ग़लत है या प्रेमचन्द ग़लत हैं और जब नियुक्तियों को रद्द किया गया तो जिसने इन नियुक्तियों को संस्तुति दी उनपर सरकार क्या कार्यवाही करेगी क्योंकि जब तक भ्रष्टाचार को जड़ से नहीं समाप्त किया जायेगा तब तक ये भ्रष्टाचारी रूपी वृक्ष और ऐसे भ्रष्टाचार करते रहेंगे इसलिये नियुक्ति देने वालों को क्यों बक्शा जा रहा है । जबकि 2021 में 72 लोगों को जिसमें मंत्री के भांजे, आरएसएस के नेताओं के रिस्तेदारों सहित प्रदेश के कई भाजपा नेताओं के क़रीबियों को दिसम्बर में ही नौकरी दे दी गई थी परन्तु इनको तनख़्वाह नहीं दी जा रही थी क्योंकि तत्कालीन वित्त सचिव ने इसकी संस्तुति नहीं की और जैसे ही 2022 के विधानसभा चुनाव हुऐ तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष चुनाव जीत कर संसदीय कार्य मंत्री व वित्त मंत्री बने तो उन्होंने एक ही दिन में पहले संसदीय कार्य मंत्री के रूप में पदों का सृजन कर वित्त मंत्री के रूप तनख़्वाह को वित्तीय स्वीकृति देते हैं इससे साफ़ स्पष्ट है कि एक ही व्यक्ति प्रेमचन्द अग्रवाल तीनवपदों का इस्तेमाल कर बैक डोर से अवैध नियुक्ति देते है तो असली दोषी भी यही है और उनपर भी सख़्त कार्रवाई होनी चाहिये ।
प्रेस वार्ता में प्रदेश सचिव मदन मोहन शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर रॉय, पार्षद राकेश सिंह, पार्षद शकुंतला शर्मा, पार्षद देवेन्द्र प्रजापति, पार्षद भगवान सिंह पंवार, युंका प्रदेश महासचिव गौरव राणा आदि मौजूद थे ।