चमोली की जलवायु माल्टा और कीवी फलों के लिए बेहद मुफीद : विशेषज्ञ
- औद्यानिकी से मजबूत होगी किसानों की आर्थिकी : पंत
- घनश्याम स्मृति पहाड़ी फूड ने आयोजित की किसान गोष्ठी
गोपेश्वर, 21 दिसंबर ( एमएस गुसाईं) । औद्यानिकी और बागवानी से कृषकों को आर्थिक दृष्टि से सम्पन्न बना सकती है और चमोली जिले में इसकी पर्याप्त संभावनाएं हैं। जिले में माल्टा सहित अन्य फलों की उत्पादकता बढ़ाने को लेकर शनिवार को निकटवर्ती सगर गांव में “घनश्याम स्मृति पहाड़ी फूड” के तत्वावधान में किसान गोष्ठी आयोजित की गई। इस दौरान विशेषज्ञाें ने पर्वतीय क्षेत्रों में उद्यमिता विकास और हिमालयी पर्यावरण के संरक्षण पर जोर दिया।
गोष्ठी की शुरुआत सुबोध विद्या मंदिर की छात्राओं ने स्वागत गान के साथ किया। इस दौरान कृषि और उद्यान विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। मुख्य अतिथि जिला विकास अधिकारी के.के. पंत ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से काश्तकारों को बागवानी व कृषिकरण के लिए ऊर्जा मिलती है। उन्होंने जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में कराए जा रहे कृषि व उद्यानीकरण के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए किसानों से सरकार की इस दिशा में संचालित विभिन्न योजनाओं का अधिकाधिक लाभ उठाने का आह्वान किया।
गोष्ठी में सिट्रस फलों के विशेषज्ञ डॉ. अमर सिंह पूनिया ने कहा कि चमोली जनपद की जलवायु माल्टा और कीवी फसल के लिए बेहद मुफीद है और मंडल घाटी में फिर से माल्टे की उत्पादकता बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा। यहां इसकी पर्याप्त संभावना है तथा इससे किसानों को आर्थिक तौर पर मजबूत किया जा सकता है।
घनश्याम स्मृति पहाड़ी फूड व सुबोध प्रेम विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के संस्थापक राकेश गैरोला ने कहा कि विद्यालय की स्वर्ण जयंती यानी पचास वर्ष पूर्ण होने पर जनपद के 50 गांवों में विभिन्न फल प्रजाति के 10 हजार पौधों का वितरण किया जाएगा। इससे पूर्व विद्यालय परिवार की ओर से विभिन्न गांवों में सवा लाख पौधों का वितरण किया जा चुका है।
इस मौके पर फूड टेक्नोलॉजिस्ट नागेंद्र पांडे, शिक्षण कल्याण समिति की सचिव इंदूमती जोशी, शशिभूषण जोशी, प्रधानाचार्य आशीष भट्ट, प्रदीप सती, केएस बिष्ट, मानवर सिंह नेगी, कमल नेगी, सुनीता बिष्ट, सामाजिक कार्यकर्ता सत्येंद्र सिंह रावत, देवेंद्र सिंह, प्रगतिशील काश्तकार गोविंद प्रसाद मैठाणी आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका सुशीला भट्ट ने किया।