उत्तरकाशी के धरासू पावर हाउस में आयोजित हुआ आपदा जन जागरूकता कार्यक्रम
उत्तरकाशी, 21 दिसंबर( डबराल)। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट के निर्देशों के अनुपालन में एवं उप जिलाधिकारी सह आपदा प्रबंधन अधिकारी देवानंद शर्मा के दिशा-निर्देशन मे एक दिवसीय आपदा जन जागरूकता कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम चिन्यालीसौड़ विकास खंड में स्थित यूजेवीएन लिमिटेड के धरासू विद्युत गृह में आयोजित किया गया जिसमें 97 कार्मिकों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम का नेतृत्व आपदा प्रबंधन के मास्टर ट्रेनर मस्तान भंडारी और अग्निशमन अधिकारी, उत्तरकाशी संजय कुमार ने किया। कार्यक्रम में अग्निशमन एवं त्वरित कार्यवाही बल ( Quick Response Team) के सहयोग से विभिन्न आपदा प्रबंधन गतिविधियों का प्रशिक्षण और अभ्यास भी कराया गया। आज के कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियों के अंतर्गत वनाग्नि और घरेलू आग से संबंधित सुरक्षा एवं बचाव की जानकारी दी गई। साथ ही सेटेलाइट फोन के प्रयोग, उपयोगिता तथा आपातकालीन संचार में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला गया।
इसके अतिरिक्त आपदा प्रबंधन के विभिन्न चरणों के बारे में आपदा पूर्व, दौरान और पश्चात की महत्वपूर्ण जानकारियां भी साझा की गई। कार्यक्रम में प्रशिक्षकों ने खोज और बचाव उपकरणों के प्रयोग के साथ स्टे्चर बनाने की विधि और मैनुअल तकनीक की जानकारी भी प्रतिभागियों को दी। कार्यक्रम में घायलों एवं रोगियों को त्वरित राहत प्रदान करने के लिए प्राथमिक चिकित्सा तथा सीपीआर का प्रशिक्षण भी दिया गया।
राहत एवं बचाव कार्यों में प्रयोग होने वाले रस्सों और अन्य संबंधित उपकरणों के प्रयोग की विभिन्न तकनीकों जैसे गांठें बांधने आदि की व्यावहारिक प्रदर्शन द्वारा जानकारी दी गई। कार्यक्रम में प्रतिभागियों को आपातकालीन केंद्रों के टोल-फ्री नंबरों की जानकारी भी दी गई।
कार्यक्रम के दौरान मॉक ड्रिल और प्रायोगिक अभ्यास भी आयोजित किए गए जिससे प्रतिभागियों को वास्तविक परिस्थितियों में आपदा प्रबंधन की तकनीकें समझने और उनका उपयोग करने का अनुभव मिला।
कार्यक्रम में यूजेवीएन लिमिटेड के उपमहाप्रबंधक राजेश चौकसे, अधिशासी अभियंता यशपाल सिंह महर के साथ ही अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने अपनी अपनी भागीदारी से इसे और प्रभावशाली बनाया।
सभी प्रतिभागियों को आपदा संबंधी जन जागरूकता के पंपलेट वितरित किए गए, जिससे वे और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकें।
यह कार्यक्रम आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता फैलाने और लोगों को इसके लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।