मुख्यमंत्री की ओर से कोई घोषणा न होने पर गौचरवासी हुए मायूस
-गौचर से दिग्पाल गुसांईं-
गौचर मेले के उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा गौचर के लिए किसी प्रकार की घोषणा न किए जाने से गौचर वासियों को निराशा हाथ लगी है।
दरअसल गौचर वासी हवाई पट्टी व रेललाइन के लिए जमीन दिए जाने के ऐवज में गौचर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के उच्चीकरण, गौचर मैदान में खेल स्टेडियम, हवाई पट्टी से जमीन में समुचित सिंचाई व्यवस्था, पट्टी से प्रभावित गांवों व जमीन में आने जाने के लिए रास्ते,के अलावा रोजगार परक विकास योजनाओं की मांग लंबे समय से करते आ रहे हैं।
गत वर्ष मेले के उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के उच्चीकरण के साथ ही मैदान में खेल स्टेडियम की घोषणा की थी लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी जब इन योजनाओं का शासनादेश निर्गत नहीं हुआ तो क्षेत्र की जनता अपने को ठगा सा महसूस कर रही थी।
पिछले दिनों इन विकास योजनाओं व समस्याओं के निराकरण की मांग को लेकर श्रेत्र वासियों का आंदोलन 42 दिनों तक जारी रहा। क्षेत्र वासियों ही नहीं भाजपा कार्यकर्ताओं को भी उम्मीद थी कि गौचर मेले के उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री क्षेत्र वासियों के विकास योजनाओं के लिए गए त्याग के ऐवज में कोई बड़ी घोषणा करेंगे।
लेकिन जब मुख्यमंत्री ने गौचर के लिए एक भी शब्द नहीं कहे तो क्षेत्र वासियों के चेहरे लटकते हुए नजर आए। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने कर्णप्रयाग के विधायक अनिल नौटियाल के तारीफों के पुल बांधते हुए कहा उन्होंने जब भी मुख्यमंत्री से मांग की है मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने सिमली में बेस चिकित्सालय, गैरसैंण में जिला उप चिकित्सालय की मांग की उसे भी मान लिया गया है। गौचर प्राथमिक स्वास्थ्य के उच्चीकरण व स्टेडियम पर तेजी से कार्यवाही हो रही। नौटियाल ने पनाई सिंचाई नहर के लिए 40 लाख तथा पेयजल योजना के लिए 35 करोड़ रुपए देने पर मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
लेकिन हवाई पट्टी व रेललाइन के 50 व 400 मीटर पर लगाए गए किसी प्रकार के खरीद फरोख्त पर प्रतिबंध पर वे एक शब्द भी न बोलने से लोगों में नाराजगी भी दिखाई दी। व्यापार संघ अध्यक्ष राकेश लिंगवाल का कहना था कि आज मुख्यमंत्री से क्षेत्र के लोगों को बड़ी उम्मीद थी लेकिन उन्होंने सबको निराश किया है।