नशे में धुत चाचा ने भतीजे को उतारा मौत के घाट, थराली पुलिस ने किया गिरफ्तार
बर्दाश्त न हुई भतीजे की ऐसी हरकत: शराब के नशे में हुई अनबन
–गोपेश्वर से महिपाल गुसाईं —
जिले के राजस्व क्षेत्र तलवाड़ी के अंतर्गत ग्राम सभा बैनोली में बीती 29 अप्रैल की रात्रि हुए नेपाली नागरिक की हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। सराहनीय कार्य करने पर पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने मामले की गुत्थी सुलझाने वाली टीम को ढाई हजार रुपए पुरस्कार देने की घोषणा की है।
पुलिस अधीक्षक ने आज यहां प्रेस वार्ता में बताया कि
राजस्व उप निरीक्षक क्षेत्र तलवाडी में दर्ज इस मामले की विवेचना राजस्व पुलिस से नियमित पुलिस को स्थानान्तरित की गई थी। पुलिस को मामला हस्तांतरित होते ही विवेचना प्रभारी निरीक्षक थराली के सुपुर्द की गयी । घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुए विवेचना अधिकारी को घटना का शीघ्र अनावरण कर अभियोग का सफल निस्तारण करते हुए घटना में संलिप्त अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु टीम गठित करने के लिए निर्देश दिए गए थे। इस क्रम में पुलिस उपाधीक्षक कर्णप्रयाग अमित कुमार सैनी पुलिस उपाधीक्षक के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र सिह रावत के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गयी।
गठित टीम द्वारा कुशल सुरागरसी पतारसी करते हुए छोटे- छोटे साक्ष्य एकत्रित कर तथा समस्त परिस्थितियों का आंकलन करते हुये सर्विलांस का कुशलता से प्रयोग कर पारिस्थितिक कठिनाईयो के विपरीत कार्य करते हुए नौ मई की सांय को वांछित अभियुक्त *भक्त बहादुर गिरी उर्फ भरत पुत्र हस्ते गिरी ग्राम रूवा, थाना गरखागोट जिला जाजरकोट (नेपाल) उम्र 22 वर्ष* को कुराड जाने वाले मार्ग से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जा रहा है।
*पूछताछ का विवरण-*
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तारी के पश्चात अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि मृतक मनबहादुर व अभियुक्त नेपाल में एक ही स्थान के रहने वाले है तथा वह रिश्ते में अभियुक्त का भतीजा लगता था। दोनो व्यक्ति ग्राम बैनोली में गंगा सिंह की गौशाला में रह कर क्षेत्र में दिहाडी मजदूरी कर रहे थे। विगत 29 अप्रैल को शाम के समय मनबहादुर द्वारा *अत्यधिक शराब पीने के पश्चात खाना खाते समय अभियुक्त भक्त बहादुर के साथ बिना कारण के गालीगलौच व मारपीट की गयी । इस पर अभियुक्त ने मनबहादुर को जान से मारने की ठान ली । इसके लिये उसने कमरे मे लकडी की फन्टी अपने पास बिस्तर पर रख दी थी जब रात को मनबहादुर आया तो उसने अभियुक्त को चाचा कहकर दरवाजा खोलने को कहा तो अभियुक्त ने दरवाजा खोला तो मनबहादुर ने उसके साथ फिर मारपीट करने लगा तथा जिस पर क्रोधित होकर *अभियुक्त ने अपने पास रखी लकडी की फन्टी से मनबहादुर के सिर पर 3-4 बार वार किए, जिससे उसके सिर पर खून आने लगा तथा उसने मौके पर ही दम तोड दिया।* फिर उसके बाद अभियुक्त मौके से फरार हो गया तथा रात मे ही सुना गांव से होते हुये पैदल- पैदल कुलसारी गया। अगले दिन 30 अप्रैल को अभियुक्त गाडी में बैठकर हरिद्वार चला गया था व हरिद्वार से नेपाल जाने की फिराक में था, इसलिये रूपैडिया चला गया। वहां मनबहादुर के परिवार के डर से नेपाल न जाकर वहां से वापस आया तथा अपने भाई व रिश्तेदार से सहायता मांगने हेतु कुराड गांव जा रहा था कि रास्ते से पुलिस ने अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया
उन्होंने बताया कि अभियुक्त भक्त बहादुर गिरी उर्फ भरत को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र सिह रावत, वरिष्ठ उप निरीक्षक अजीत कुमार, एसओजी प्रभारी उपनिरीक्षक नवनीत भण्डारी, उप निरीक्षक
शिखा तेग्रवाल, हेड कांस्टेबल अरविन्द, महेशचन्द्र, कृष्णा भण्डारी, आरती और राजेन्द्र रावत तथा सर्विलांस सेल शामिल थी।