गौचर भटनगर सिंचाई लिफ्ट पंप योजना लड़खड़ाने से कास्तकारों के सामने हुआ संकट खड़ा
-गौचर से दिग्पाल गुसाईं –
लघुढाल विभाग की घोर लापरवाही के चलते जनपद चमोली का गौचर भटनगर सिंचाई लिफ्ट पंप योजना के लड़खड़ाने से कास्तकारों के सामने सिंचाई का घोर संकट पैदा हो गया है। ताजुब तो इस बात का है कि विभागीय अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं।
गौचर हवाई पट्टी से प्रभावित जमीन की सिंचाई के लिए नारायण दत्त तिवारी सरकार के कार्यकाल में बनाया गया जनपद चमोली का गौचर भटनगर सिंचाई लिफ्ट पंप योजना लघुढाल विभाग के अधिकारियों की घोर लापरवाही के चलते बुरी तरह लड़खड़ा गई है।
लंबे समय से जहां योजना की मशीनों में खराबी आने से जहां लिफ्ट पंप जहां पूरा पानी नहीं खींच पा रहा है वहीं कई जगहों पर पाइप लाइन आधी अधूरी छोड़ने से कास्तकारों को खेतों तक पानी पहुंचाने का भी संकट बना हुआ है। गेहूं की बुवाई का समय निकल जाने के बाद भी लिफ्ट पंप की अधिकार क्षेत्र की जमीनों की अभी तक सिंचाई ही नहीं हो पाई है। कास्तकारों को इस बात की चिंता शताने लगी है कि समय रहते उन्हें खेतों की सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध नहीं कराया गया तो उन्हें नुकसान झेलना पड़ सकता है।
प्रगतिशील कास्तकार विजया गुसाईं, पूनम कनवासी, पूनम थपलियाल,जशुंदरा कनवासी, नत्थी बिष्ट, उमराव सिंह नेगी,महेश सिंह भंडारी आदि लोगों का कहना है कि भटनगर सिंचाई लिफ्ट योजना का खराब रहना आम बात हो गई है। कांग्रेस नगर अध्यक्ष सुनील पंवार, पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष संदीप नेगी का कहना है सरकार कास्तकारों की आमदनी दोगुनी करने की बात कहते नहीं थक रही है।
हालात ऐसे हैं कि सिंचाई योजनाएं बुरी तरह से लड़खड़ाई हुई हैं। जिस प्रकार से अधिकारी जनता की सुनने को तैयार नहीं हैं उससे प्रतीत होता है कि सरकार का अधिकारियों पर नियंत्रण ही नहीं रह गया है। इन लोगों का कहना है कि लापरवाह अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए। इस संबंध में जब लघुढाल विभाग के अधिशासी अभियंता से फोन पर बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन काटकर अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली है।