बाल दिवस के अवसर पर दून पुस्तकालय में बच्चों की चित्रकला प्रदर्शनी का आयोजन
देहरादून 15 नवम्बर । बाल दिवस के अवसर पर दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र में बच्चों की कला प्रदर्शनी का शुभारम्भ आज प्रातः 11ः45 बजे किया गया। इस प्रदर्शनी का शुभारम्भ सुश्री कुसुम कोहली और उनकी प्रतिभाशाली छात्राओं द्वारा एक भावपूर्ण रुप में किया गया।
बाल दिवस के अवसर पर इस प्रदर्शनी उत्तराखंड भर के बच्चों व किशोर वर्ग के कलाकारों की अविश्वसनीय कलात्मक प्रतिभाओं को प्रदर्शित किया गया है। यह प्रदर्शनी 14 से 17 नवंबर तक आयोजित चलेगी। इसके माध्यम से बच्चों को अपनी रचनात्मकता को पेंटिंग, ड्राइंग व्यक्त करने सहित विभिन्न कला रूपों से अपने दृष्टिकोण को साझा करने के लिए एक मंच मिलेगा।
दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र बाल अनुभाग की मेघा ने बताया कि इस प्रदर्शनी का उद्देश्य न केवल बाल प्रतिभाओं को उजागर करने का है बल्कि उपस्थित लोगों के बीच कला के प्रति समुदाय की भावना और प्रशंसा को भी बढ़ावा देना है। यह प्रदर्शनी न केवल इन नवोदित कलाकारों की उल्लेखनीय क्षमता को उजागर करती है, बल्कि आगंतुकों के बीच कला के लिए समुदाय की भावना और प्रशंसा को भी बढ़ावा देती है।
दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र के सलाहकार प्रो. बीके जोशी ने सभी आगन्तुक बच्चों का हार्दिक स्वागत किया और उनके मौलिक विचार से उपजे कलात्मक चित्रों की खूब प्रसंशा की। अपनी लगन के लिए जानी जाने वाली सुश्री कुसुम कोहली ने अपने सम्बोधन में बच्चों की चित्रकारी पर प्रकाश डाला और कहा कि किस तरह वे बाल कलाकारों के लिए मार्गदर्शक रही और किस तरह उन्होंने वंचित बच्चों के उत्थान पर उनकी रचनात्मकता और कौशल का पोषण किया है। इस कार्यक्रम में छात्रों की कड़ी मेहनत और जुनून को दर्शाते हुए विभिन्न प्रकार की कलात्मक अभिव्यक्तियाँ प्रदर्शित की गईं हैं।यह कार्यक्रम बच्चों की प्रतिभा और क्षमता के लिए एक यादगार दिन बन गया।
इस कार्यक्रम में दून के कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। शैलेन्द्र नौटियाल, कुलभूषण, वीणा जोशी, बिजू नेगी, अनिल बहुगुणा, चंद्रशेखर तिवारी, कर्नल एस एस रौतेला, जय भगवान गोयल, सुश्री जस्टिना, सुश्री जरीना बाथ, सहित दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र की टीम के सदस्यगण आदि उपस्थित थे।