अन्य

चार दिवसीय बाल चित्र प्रदर्शनी का कठपुतली कार्यशाला के साथ समापन

देहरादून, 18 नवम्बर। बाल दिवस के अवसर पर दून लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर में बच्चों के लिए लगाई गयी बाल चित्रकला प्रदर्शनी का आज कठपुतली कार्यशाला के साथ समापन हों गया।

उल्लेखनीय है की यह प्रदर्शनी 14 नवंबर से आयोजित की गई थी। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन श्रीमती कुसुम कोहली और दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के अध्यक्ष प्रोफेसर बी. के. जोशी द्वारा किया गया था। इस प्रदर्शनी ने उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों से बच्चों और किशोर कलाकारों की अद्भुत कलात्मक प्रतिभा को प्रदर्शित किया। इस प्रदर्शनी ने बच्चों की मौलिक कला क्षमता को उजागर किया बल्कि आगंतुकों के बीच कला के लिए एक सामुदायिक भावना और प्रशंसा को भी बढ़ावा देने का काम किया।

चित्रों का मुख्य संग्रह प्रकृति के संरक्षण और महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित था, साथ ही 24 सुंदर रूप से सचित्र हस्तलिखित पुस्तकें भी थीं। दादा-दादी से विरासत में मिली इन कहानियों में न केवल सौंदर्य था अपितु समय के महत्वपूर्ण प्रसंग भी मौजूद हैं।

प्रदर्शनी के दूसरे दिन, कई स्कूलों के प्रतिभागियों ने दून लाइब्रेरी में चित्रकला प्रदर्शनी में भाग लिया। आगंतुक छात्रों ने मंडला कला और बुकमार्क बनाने जैसी गतिविधियों में भाग लिया, जिसका संचालन बाल कलाकारों द्वारा किया गया था। प्रदर्शनी समन्वयक मिस मेघा एन विल्सन ने विविध गतिविधियों के साथ छात्रों का मार्गदर्शन किया।

चित्र कला प्रदर्शनी का समापनआज प्रसिद्ध पुतुल क्लाकार रामलाल भट्ट द्वारा आयोजित एक पुतली निर्माण कार्यशाला के साथ हुआ। इसमें रामलाल ने अखबार और टहनियों के साथ, श्री बच्चों को पुतल निर्माण और उनपर कहानी बुनना सिखाया। 60 से अधिक स्कूलों के बच्चों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। वहाँ बड़ी संख्या में बच्चे अपने परिवार के साथ थे. सभी ने कठपुतली प्रदर्शन का आनंद लिया।

चार दिवसीय यह चित्र कला प्रदर्शनी बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए सार्थक सिद्ध हुई।

अंत में, सभी भाग लेने वाले बाल कलाकारों को प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। दून के विभिन्न हिस्सों से 250 से अधिक चित्रों और 4 दिनों में बच्चों के लिए आयोजित विविध कला और शिल्प सत्रों के साथ, दून लाइब्रेरी में आयोजित बच्चों की कला प्रदर्शनी वास्तव में बच्चों के लिए एक अद्भुत अनुभव था। इस दौरान बाल प्रभाग की समन्वयक मेघा विल्सन, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र के जगदीश महर, सुंदर सिंह बिष्ट, योगिता थपलियाल सहित अनेक पाठक व प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!