गौचर मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या रोहित चौहान व सुरेश कुशवाहा के नाम रही
गौचर, 18 नवंबर (गुसाईं) । राजकीय औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले की तीसरी सांस्कृतिक संध्या लोक गायक रोहित चौहान व सुरेश कुशवाहा के नाम रही। रोहित चौहान के मैं पहाड़़न मेरा झुमका पहाड़ी गाने पर दर्शक दीर्घा झूम उठी।
मेला मंच में आयोजित तीसरी सांस्कृतिक संध्या पर जब रोहित चौहान की टीम का पदार्पण हुआ तो दर्शकों ने तालियों से उनका स्वागत किया। उन्होंने अपने कार्यक्रम की शुरुआत बंदना से की। इसके बाद उन्होंने खुट्यूं मां तेरा घुंघरू बजदा,हम भी छां तेरा दीवाना गाने को भी दर्शकों ने खूब पसंद किया।
इसके पश्चात जब उन्होंने मैं पहाड़़न मेरा झुमका पहाड़ी गाना गाया तो दर्शक दीर्घा झूम उठी। काली गंगा को कालू पाणी, चांदी कु बटन कुर्ती कालर मा मेरी मधुचली जा रै छ ब्यूटी पालर में। इसके पश्चात उन्होंने लाली हो लाली,धन सिंह की गाड़ी चली चंबा बाजार,मुल मुल हैसण केकू,क्रीम पाउडर,हे मेरा मोहना व सतपुली का मेला गानों को भी दर्शकों ने खूब पसंद किया।
इस अवसर पर नलनी त्रिपाठी ने नगरी हो अयोध्या सी भाई हो भरत सा गाने पर खूब तालियां बटोरी। इसके पश्चात भोजपुरी गायक सुरेश कुशवाहा ने मंच संभाला। जैसे उन्होंने भोजपुरी गाना गाना गाना शुरू किया तो दर्शकों ने मंच खाली करना शुरू कर दिया। उन्होंने मौसम हुआ सुहाना,रघुकुल सा घराना हो, भोले नाथ की जै आदि गाना गाया लेकिन खाली दर्शक दीर्घा उनका मुंह चिढ़ाती रही। इससे पूर्व जय रूद्रेश सांस्कृतिक कला मंच पोखरी, मां भराड़ेश्वरी सवाड़ देवाल, मद्महेश्वर सांस्कृतिक कला मंच रूद्रप्रयाग,लोक गायिका दीपा बुग्याली आदि ने भी मेलार्थियों का खूब मनोरंजन किया।