अग्निपथ पर सरकार और युवा : पांव सभी के जलेंगे
-जयसिंह रावत
कोरोना महामारी के कारण पूरे दो साल तक इंतजार करने के बाद देश के नौजवानों के लिये फौज में भर्ती हो कर शान की जिन्दगी जीने और मातृभूमि की रक्षा के जज्बे को साकार करने का समय आया तो केन्द्र सरकार ने ’’अग्निपथ’’ योजना के जरिये नौजवानों के अरमानों को ही अग्नि में झौंक दिया। विपक्ष की आलोचना को अगर दरकिनार कर भी दिया जाय तो रक्षा विशेषज्ञों को भी यह योजना हजम नहीं हो रही है। सेना के पूर्व अधिकारी तो खुल कर योजना के विरोध में बोल रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि सरकार पेंशन और ग्रेच्युटी आदि में जाने वाली राशि को बचाने के लिये देश की सुरक्षा की अनदेखी कर रही है। महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने यहां तक ट्वीट किया, है कि, “अग्निपथ राजकोष की कीमत पर एक मिलिशिया को प्रशिक्षित करने की एक चतुर चाल है। सशस्त्र बलों में एक छोटा कार्यकाल और संघ के प्रति आजीवन प्रतिबद्धता। अग्निपथ एस.एस…..’’