जोशीमठ अब ज्योतिर्मय के मूल नाम से ही जाना जायेगा
जोशीमठ,13 जून (कपरूवाण) । आद्य गुरु शंकराचार्य की तपस्थली ज्योतिर्मठ को अब अपने मूल नाम से ही जाना जाएगा,2016से जारी कवायद आखिर रंग लाई ही गई। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्रालय द्वारा पूरी प्रक्रिया के तहत जोशीमठ का नाम बदलकर ज्योतिर्मठ करते हुए आदेश पारित कर दिया है, जिसे लेकर सीमांत पैनखंडा जोशीमठ मे खुशी की लहर है।
सीमांत ब्लॉक एवं नगर जोशीमठ को ज्योतिर्मठ नाम मिले इसे लेकर यदा कदा आवाजे तो उठती रही, लेकिन नाम परिवर्तन की प्रारंभिक प्रक्रिया के तहत वर्ष 2016 मे ब्लॉक प्रमुख प्रकाश रावत एवं नगर पालिका अध्यक्ष रोहणी रावत ने अपने अपने सदनों से प्रस्ताव पारित कर उचित माध्यम से शासन को भेजा, इसके बाद 28जनवरी 2019को चमोली जिला पंचायत द्वारा भी इसका प्रस्ताव पारित कर शासन को भेजा गया।
जब 2019 के बाद इस दिशा मे कोई कार्यवाही नहीं हुई तो पूरी प्रक्रिया व सभी सदनों से पारित प्रस्तावों से विधायक महेन्द्र भट्ट को अवगत कराया गया और उन्होंने विशेष रूचि लेते हुए 2022के विधानसभा चुनाव से पूर्व घाट – नंदानगर की जनसभा मे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से न केवल जोशीमठ को ज्योतिर्मठ नाम दिए जाने की घोषणा करवा दी बल्कि शासन स्तर पर पैरवी करते राज्य सरकार की ओर से नाम परिवर्तन का प्रस्ताव भारत सरकार को भी भिजवाया, परिणाम स्वरुप अब जोशीमठ को अपना पौराणिक एवं धार्मिक नाम मिल ही गया।
जोशीमठ को उसका मूल नाम ज्योतिर्मठ दिए जाने पर खुशी जताते हुए पैनखंडा की धर्म परायण जनता ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष /राज्य सभा सांसद महेन्द्र भट्ट का आभार ब्यक्त किया है।