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अमेरिका में पौड़ी के ध्वजवाहक, कैलाश जोशी

–डा0 योगेश धस्माना–

पौड़ी आज भले ही पलायन और अधकचरे विकास के कारण एक गांव में बदल चुका है किंतु पौड़ी की प्रतिभाओं ने अनेक देशों में अपने हुनर का डंका बजाया है । पौड़ी के जिशियाना गांव के विशाल मणि जोशी परिवार की संतान , कैलाश ने 1960 में पौड़ी डी.ए.वी. कॉलेज से हाईस्कूल , मेसमोर कॉलेज से इंटर वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी से उद्यमिता पर पीएच डी के साथ ही भारतीय विज्ञान संस्थान बैंगलोर से बी. ई. की उपाधि प्राप्त की । उन्होंने अपने करियर की शुरुआत कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से फैकल्टी के रूप में की थी और आई.बी.एम. में उनका करियर २३ साल तक रहा ।

1991 में वह इसके महाप्रबंधक के रूप में भी रहे। यहां से नौकरी छोड़कर पुनः कैलाश अमेरिका चले आए और यहां की प्रौद्योगिगिक कंपनियों से जुड़ गए ।

उनकी लोकप्रिय पुस्तक ‘ एसेंशियल्स और एंटरप्रेन्योरशिप ‘ का संपादन किया । वे कई देशों में उद्यमिता के शिक्षकों और छात्रों को अपनी सेवाएं देते हैं । कैलाश सिलिकॉन वैली , कैलिफोर्निया में एक प्रसिद्ध व्यवसाई और सामुदायिक नेता हैं। कैलाश द इंडस एंटरप्रेन्योर के सह संस्थापक हैं। उद्यामियों का यह संगठन अमेरिका में एक विशेष पहचान रखता है । इसमें कैलाश जोशी ने 2001 से 2004 तक उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया ।

कैलाश जोशी ने इंडो अमेरिकन्स के साथ मिलकर इंडिया फाउंडेशन की स्थापना की जिसके अध्यक्ष पर रहते हुए कैलाश ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ महत्वपूर्ण पद पर रहकर कार्य किया ।

इन उपलब्धियों के कारण अनेक वर्षों तक कैलाश बिल क्लिंटन के साथ विश्व के 50 प्रसिद्ध व्यवसाइओं के रूप में चर्चित रहे हैं । कुछ वर्षो तक उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के साथ भी उनके रियल इस्टेट के कारोबार में सलाकार की भूमिका निभाई थी ।

हाल ही में कैलाश जोशी को वर्ल्ड अफेयर्स काउंसिल अवार्ड से नवाजा गया । यह पुरस्कार उन्हें काउंसिल के चेयरमैन ऑफ बोर्ड , विलियम एच ड्रेपर III द्वारा दिया गया । भारत सरकार द्वारा भी कैलाश जोशी को भारत में काम करने के लिए आमंत्रित भी किया गया किंतु , बढ़ती उम्र के कारण भारत आने में असमर्थता व्यक्त की । 83 वर्ष के कैलाश जोशी के भाई मोहन जोशी पौड़ी के चर्चित व्यक्ति और लीशा फैक्ट्री के प्रमुख उद्यमी रहे हैं। इनका पुत्र मनीष दून स्कूल से पढ़कर वापस गांव में एडवेंचर कार्यक्रम और होम स्टे का संचालन कर रहा है । मनीष यह सब काम निजी संसाधनों द्वारा कर रहा है । सरकार द्वारा उसे किसी भी प्रकार की सहायता नही दी गई । सरकार के इस व्यवहार से मनीष दुखी है । पौड़ी का यह परिवार हम सभी के लिए आन , बान और शान का प्रतीक है ।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के साथ कैलाश जोशी का फोटो साझा कर रहा हूं । इस लेख के लिए उनके परिजन जागेश्वर जोशी के सहयोग के प्रति आभार प्रकट करता हूं ।

डॉ योगेश धस्माना

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