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श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान : निंदा करना और सुनना दोनों ही पाप

–थराली से हरेंद्र बिष्ट-

निंदा करने और सुनने से मनुष्य पाप का भागी बनता है। यह बात थराली ब्लॉक के ग्राम तल्ला सुनाऊ में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान आचार्य अरविंद प्रसाद सेमवाल ने कही।

भागवत कथा के दूसरे दिन रविवार को कथावाचक आचार्य अरविंद प्रसाद सेमवाल ने कथा श्रवण करवाते हुए कहा कि जीवन में कभी दूसरों की निंदा नहीं करनी चाहिए। दूसरों की निंदा करना या निंदा करने वालों की बातें सुनने से भी मनुष्य के जीवन में दुख आ जाता है। उन्होंने अश्वत्थामा द्वारा ब्रह्मस्त्र प्रयोग का प्रसंग सुनते हुए कहा कि कभी भी कोई विद्या अधूरी नही सीखनी चाहिए, क्योंकि अधूरा ज्ञान हमेशा ही अनिष्टकारी होता है।

उन्होंने भगवान सुखदेव जी की लीलाओं व उनकी भक्ति से जुड़ी कथा का विस्तार से वर्णन सुनाकर सभी श्रद्धालुओं को भावविभार कर दिया। इस दौरान यजमान देवी पुरोहित, टीकाराम पुरोहित, सदानंद पुरोहित, गोविंद पुरोहित, नंदराम पुरोहित, प्रकाश पुरोहित, मोहनप्रसाद सती, नारायणदत्त पुरोहित, प्रेम चन्द्र देवराड़ी,मनीष पुरोहित, शांति देवी, शकुंतला देवी, बसंती देवी, कला देवी, बिसंभर कुकरेती, मुकेश, हरीश, अमित, दीपक, राकेश, भुपेश, पूजा, ज्योति, करिश्मा, पूनम, पिंकी, प्रेम पुरोहित, सहित कई अन्य श्रद्धालुओं ने कथा सुनने आएं श्रद्वालुओं का स्वागत किया।

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