रिखणीखाल में भी पांव पसार गयी पशुओं की संक्रामक बीमारी लम्पी
–रिखणीखाल से प्रभूपाल रावत —
संक्रमण से ग्रसित होने वाली पशुधन की बीमारी लम्पी ग्रामीण इलाकों में भी प्रभाव दिखाने लगी है। कोटड़सैंण आस पास के पैंय्यागड़ी,अन्दर गांव तथा गर्म इलाकों में यह बढ़ रही है। जिसका प्रभाव पशुओं की देखभाल सही ढंग से न होने,वायु में संक्रमित रोगाणुओं की सक्रियता, दूषित पेयजल, खानपान विविध कारणों से फैलने की आशंकाएं बढ़ रही हैं।
डॉ निशान्त सैनी पशुचिकित्साधिकारी रिखणीखाल का कहना है कि इस बीमारी से रोकथाम हेतु एहतियातन रोगावरोधक टीकाकरण अभियान भी चलाया जा रहा है जिसमें पैंय्यागड़ी में विगत दो दिन पहले किया गया व सम्भावित संक्रमण की रिपोर्ट को एल ई ओ व पशु धन प्रसार अधिकारियों को सूचित किया गया है। जबकि पैंय्यागड़ी निवासी पंचम सिंह का कहना है कि उनकी संक्रमित गाय पर टीकाकरण का कोई असर नहीं हुआ है और वह कुछ भी नहीं खा पा रही हैं।
उन्होंने बताया कि यह संक्रमण दस से बारह दिनों तक रहता है और गर्म इलाकों में इसकी सम्भावना बढ़ रही है जबकि ऊंंचाई वाले इलाकों में इसका असर नहीं दिख रहा है। क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्तिया बिनीता ध्यानी द्वारा टीम बनाकर निगरानी रखने तथा शीघ्र उपचार की कार्रवाई हेतु मुख्य पशु चिकित्साधिकारी पौड़ी डी एस बिष्ट से अपील की जिस पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी पौड़ी ने कहा कि लम्पी रोग की रोकथाम हेतु वैक्सीन रिखणीखाल पहुंचा दी गई हैं जल्द उपचार किया जायेगा।