महात्मा खुशीराम पुस्तकालय का 101 स्थापना दिवस मनाया गया
देहरादून, 4 अक्टूबर। मंगलवार को महात्मा खुशी राम पुस्तकालय की ओर से अपना 101 वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस आयोजन मे पुस्तकालय भवन में मौजूद शहर के गणमान्य व्यक्तियो ने महात्मा गांधी को भी याद करते हुए उनका वैष्णव जन और मां सरस्वती की वंदना से कार्यक्रम को प्रारंभ किया गया इसके उपरांत मारकंडे बहनों की ओर से एक यहां पर सितार और उसके साथ वाहन की जुगलबंदी भी प्रस्तुत की है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व डीजीपी अलोक लाल और जाने माने चित्रकार नागेंद्र मौजूद रहे। कार्य्क्रम् में देहरादून के मेयर श्री सुनील उनियाल गामा जी भी मौजूद रहे। ट्रस्ट की ओर से 101 वें स्थापना दिवस पर उन्हें शताब्दी सम्मान से सम्मानित किया गया। इस दौरान उनको मुख्य अतिथि द्वारा और पर्यावरणविद जगदीश बावला इसके साथ ही नागेंद्र कुमार जो कि एक जाने-माने चित्रकार कलाकार हैं और संस्था के अध्यक्ष विजय बंसल द्वारा सुनील उनियाल गामा को शॉल पहनाकर प्रशस्ति पत्र देकर और साथ में प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।सम्मान पत्र को डीएवी पीजी कॉलेज के रीडर श्री लक्ष्मीकांत त्रिपाठी विमल द्वारा तैयार किया गया था और उनके ही द्वारा पढ़कर सुनाया गया जिसकी सभी लोगों ने प्रशंसा की।इस अवसर पर मेयर सुनील गामा ने कहा कि यह सम्मान पत्र वाकई अपने आप में अद्भुत है। खुद गामा ने उसको स्वीकार करते हुए कहा कि यह मेरे लिए तो गुरु जी का आशीर्वाद है।
उन्होंने कहा कि गुरु जी के माध्यम से उनके शब्दों के माध्यम से मुझे सम्मान पत्र प्राप्त हुआ है जिसको लेकर मैं अभिभूत हूं। आज के कार्यक्रम में मारकंडेय विद्यालय की प्रधानाचार्य निशा मार्कण्डेय भी मौजूद रहीं और उन्हीं के छात्रों द्वारा छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया था। कार्यक्रम का संचालन जाने-माने पर्यावरणविद् जगदीश बावला द्वारा किया गया जो कि पुस्तकालय के ट्रस्टी भी है। इस कार्यक्रम में राजेंद्र रतूड़ी जो कि पूर्व डायरेक्टर एजुकेशन रहे हैं और कवि भी हैं वह मौजूद रहे उसके साथ यहां पर राकेश अग्रवाल जो कि रोटरी के पूर्व प्रधान भी रह चुके हैं वो मौजूद रहे। अनिल अग्रवाल यहां मौजूद रहे हैं जो कि आज ही जाने माने उद्योगपति हैं और इसी के साथ हमारे बीच में यहां बहुत सारे शहर के जाने-माने लोग यहां मौजूद थे और उससे पहले प्रातः काल 9:30 से सबसे पहले हवन किया गया। और आज मैठानी पुजारी जो कि पिछले 25 वर्षों से यहां पर नियमित हर वर्ष स्थापना वाले दिन पूजा करते हैं हवन करते
दो दिन पूर्व 1 अक्टूबर और 2 अक्टूबर को एक चित्रकला की कार्यशाला यहां पर आयोजित की गई थी उस चित्रकला में विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने प्रतिभाग किया था और बहुत सुंदर सुंदर चित्रकला बनाई थी यहां पर आए हुए गणमान्य व्यक्तियों ने उसकी बहुत प्रशंसा की और कहा कि आगे भी इसी तरह की एग्जीबिशन में प्रतिभाग करने के इच्छुक रहेंगे छात्र और छात्राएं। छात्र छात्राओं द्वारा बनाई गई चित्र कला को 5 दिन के लिए प्रेक्षागृह में आम जनता के लिए जनमानस के लिए उस को दर्शाने के लिए रखा गया है। एग्जीबिशन के माध्यम से सभी लोग उसका नित्य सुबह 10:00 बजे से लेकर के और साईं 5:00 बजे तक 6:00 बजे तक उसका अवलोकन कर सकते हैं।