सांसद नरेश बंसल ने उत्तराखंड में खेल सुविधाओं का मुद्दा राज्य सभा में उठाया
नयी दिल्ली, 11 दिसंबर। भाजपा राज्य सभा सांसद नरेश बंसल ने सदन मे उत्तराखंड में अंतराष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाओ के आभाव का मुद्दा उठाया और सदन के माध्यम से सरकार से जनहित मे निवेदन किया कि उत्तराखंड मे विश्व स्तरीय खेल सुविधाओ व कोचिंग की व्यवस्था की जाए।
नरेश बंसल ने स्पेशल मेनशन में राज्य सभा में खेल सम्बन्धी मुद्दा उठाते हुए कहा कि उत्तराखंड सीमांत क्षेत्र होने के साथ ही पूरे भारत के मुकुट के रुप विराजमान है जिसमे हिमालय, चारधाम, जीवनदायिनी नदियां व वन है। बंसल ने सदन मे कहा कि उत्तराखंड के निवासी बहुप्रतिभा के धनी हैं । उत्तराखंड ने संस्कृति, साहित्य, ज्ञान, विज्ञान, वीरता और खेल में पूरे देश को बहुत सारे रत्न दिए हैं।यहां से लगभग हर घर से एक जन भारतीय सेना मे शामिल हो देश की रक्षा कर रहे है व अन्य सरकारी गैर सरकारी महत्वपूर्ण पदों पर सेवा दे रहे है।
नरेश बंसल ने कहा कि इस सुदूर सीमांत हिमालय क्षेत्र के वासियो की पीडा सुन स्व अटल बिहारी वाजपेई ने यह राज्य बनाया व मोदी जी के कुशल नेतृत्व मे डबल इंजन की भाजपा सरकार इसे नित सवांर रही है।
नरेश बंसल ने यह महत्वपूर्ण विषय उठाते हुए सदन में बताया कि उत्तराखंड के प्रतिभावान खिलाडियों ने वर्तमान में खेल की दिशा में अंतराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान बढ़ाया है, किन्तु यहां राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाओ आभाव है जबकि उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने हर तरह की राष्ट्रीय- अंतराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग लेकर पदक जीते हैं व राज्य का नाम स्थापित किया है।
बंसल ने सदन मे मांग करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड को खेलों का हब बनाया जाए क्योंकि यहां साहसिक क्रीड़ा जिसने बछेन्द्री पाल,जैसे अंतराष्ट्रीय स्तर की महिला पर्वतारोही को दिया है।
हिमक्रीड़ा,जल क्रीड़ा,कुश्ती,बाक्सिंग,बैडमिंटन व क्रिकेट में महेन्द्र सिंह धोनी,ऋषभ पंत,उन्मुक्त चंद, मनीष पांडे आदी, निशानेबाजी में जसपाल राणा,अभिनव बिंद्रा रहे हों, चाहे एकता बिष्ट रही हो, हेमलता काला, चंद्रप्रभा एतवाल, मेजर हर्षवर्धन, पद्मबहादुर मल बाक्सिंग में रहे हों,अतः तमाम ऐसे दर्जनों लोग हैं, जिन्होंने राष्ट्र ही नहीं अंतराष्ट्रीय स्तर पर हमारे देश का सम्मान बढ़ाया है।