सड़क निर्माण का मलबा डंपिंग जोन में फेंकने के बजाय फेंका जा रहा बांज बुरांस के जंगल में
-हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट-
थराली, 3 नवंबर। विकास खंड देवाल के अंतर्गत प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत निर्माणाधीन 9.65 किलोमीटर लंबे मोटर सड़क पर डम्पिग जोनों का निर्माण न कर मलवा जंगलों में फैंक देने, भारी मात्रा में बाज, बुरांश के पेड़ों को क्षति पहुंचाने, मानकों को दरकिनार कर सड़क का निर्माण किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।
दरअसल पीएमजीएसवाई के तहत 201- 19 में चोटिग लग्गा उदेपुर 9.65 किमी निर्माण की भारत सरकार ने स्वीकृति देते हुए निर्माण कार्य का जिम्मा एनपीसीसी को सौंपा गया। एनपीसीसी ने 2019 से निर्माण कार्य शुरू भी कर दिया, किंतु निर्माण कार्य शुरू होने के साथ ही कई तरह के प्रश्न ग्रामीणों के द्वारा उठाए जाते रहे।
इस सड़क को लेकर भाजपा मंडल ईकाई देवाल के अध्यक्ष ने एनपीसीसी पर लागत,मक डंपिंग जोनों को लेकर सूचना अधिकार अधिनियम के तहत सूचना मांगी,जिस पर बताया गया कि 9.65 किमी सड़क के फेज वन के लिए कुल 636.99 लाख एवं फेज टू के लिए 660.17 लाख रुपए स्वीकृत किए गए जबकि इस सड़क पर कुल 8 डंपिंग जोन स्वीकृत हुए हैं। जिनमें से 7 डंपिंग जोन का निर्माण किया गया है।
मंडल अध्यक्ष उमेश मिश्रा सहित उदेपुर के ग्रामीण जयवीर सिंह एवं मान सिंह बिष्ट का कहना है मानकों के अनुरूप डंपिंग जोन नही बनाए गए हैं।जो बनाएं भी गए हैं उनमें मलवा नही डाला गया हैं। ग्रामीणों का आरोप हैं कि ठेकेदार के द्वारा मनमर्जी से सड़क कटिंग वाले क्षेत्र में ही मलबा फेंक रहे हैं। निर्माण कार्य में पर्यावरणीय मानकों को पूरी तरह से दरकिनार कर बाज , बुरांश के पेड़ो को उखाड़कर जंगलों , खेतों में फेंका गया हैं। जिससे सड़क के नीचे खड़े पेड़ों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
आरोप है कि सड़क को मानकों के अनुरूप चौड़ी नही काटी गई है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में सीएम पोर्टल एवं बहुदेशीय शिविर में भी मामला दर्ज किया गया है किंतु आज तक अपेक्षित कार्यवाही नही हो पाई हैं।
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एनपीसीसी ने मनैजर नरेंद्र तोमकियाल ने बताया कि इस सड़क पर चुना मिट्टी की अधिकत्ता के कारण बरसात में काफी मलवा आता हैं जिस कारण सड़क के खड साइड में मलवा दिखाई पड़ रहा हैं। मानकों के अनुरूप सड़क पर डंपिंग यार्ड बनाएं गऐ हैं और मानकों के अनुरूप सड़क को पूरी चौड़ाई में काटा गया हैं।
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इस संबंध में पूछे जाने पर बद्रीनाथ वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी सर्वेश दुबे से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अब मामला उनके संज्ञान में आया है , उन्होंने पूर्व पिंडर रेंज देवाल के वन क्षेत्राधिकारी को मोटरमार्ग का निरीक्षण कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जांच के बाद निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी।