सरकार की छवि को पलीता लगा रहे अफसर और ठेकदार : 5 साल में भी पूरा नहीं हुआ पुल निर्माण
गोपेश्वर, 22 दिसंबर ( एमएस गुसाईं) । पीएमजीएसवाई यानी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के निर्माण खंड पोखरी ने सीएम के आदेश भी पचा दिए हैं। सीएम के आदेश पर अमल न होने से एक अदद पुल का निर्माण पांच माह बाद भी अधूरा ही रहे तो लोगों का भरोसा टूट जाता है।कुछ ऐसा ही जिले की निजमुला घाटी में निर्माणाधीन सड़क का मामला है। इस काम का जिम्मा पीएमजीएसवाई यानी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के निर्माण खंड पोखरी के पास है।
पीएमजीएसवाई द्वारा निजमुला – गोणा – पाना – ईरानी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य आज से नहीं बल्कि वर्ष 2009 से चल रहा है, उसी मोटर मार्ग पर किलोमीटर 19 पर वीर गंगा पर झीझी गांव के पास 60 मीटर मोटर पुल प्रस्तावित था, जिसकी निविदा वर्ष 2019 में जारी हुई थी।
इसके लिए जेडएच इंडस्ट्रीज प्रा. लि. गाजियाबाद के साथ अनुबंध हुआ था, लेकिन 2021 में उसी स्थान पर पहले पुराना झूला पुल था, जिसे तोड़ दिया गया। उसके बाद ग्रामीणों को लगातार परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह पुल कर्जन ट्रैक के मुख्य मार्ग पर है। साथ ही नंदानगर – जोशीमठ – दशौली विकासखंड को भी जोड़ता है। वर्ष 2019 से अभी तक केवल थोड़ा सा अबेडमेंट का कार्य हुआ है। निर्माण कार्य जल्द पूर्ण करवाने की मांग को लेकर कई बार ग्रामीण आंदोलन कर चुके हैं लेकिन हर बार आश्वासन के अलावा ग्रामीणों को कुछ नहीं मिला।
अधूरे पुल का निर्माण पांच साल से लटका है। इस बार लोकसभा के आम चुनाव में पाना ईरानी के ग्रामीणों द्वारा चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया गया था। उसके बाद बीते जुलाई माह में बद्रीनाथ विधानसभा उपचुनाव से पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से गोपेश्वर में ग्रामीणों की मुलाकात हुई थी एवं मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद पुल के गार्डर पहुंचा दिए गए, लेकिन सीएम के आदेश को भी अफसरों और निर्माण कंपनी ने ताक पर रख दिया।
आज भी पीएमजीएसवाई द्वारा इस पुल के निर्माण कार्य में लापरवाही की बरती जा रही है, जिसको लेकर ग्रामीण आक्रोशित हैं। पिछले चार दिन से ग्रामीण पीएमजीएसवाई खंड के गोपेश्वर कार्यालय में धरने पर बैठने को मजबूर हैं। अब ग्रामीणों को पीएमजीएसवाई के अधिकारियों पर भरोसा नहीं है। इसको लेकर वो ठोस आश्वासन चाहते हैं।