भर्ती घोटालों के खिलाफ राजेंद्र भंडारी के आह्वान पर कोंग्रेसियों ने विधानसभा के मुख्य द्वार पर धरना दिया
–उत्तराखंड हिमालय ब्यूरो —
देहरादून, 2 सितम्बर। बद्रीनाथ से विधायक एवं पूर्व काबीना मंत्री राजेंद्र भंडारी के आह्वान पर आज उत्तराखंड कांग्रेस के सैकड़ों की तादाद में कार्यकर्ता देहरादून स्थित विधानसभा के मुख्य द्वार पर धरने में एकत्रित हुए। धरने में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री करन माहरा, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एवं पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी प्रतिभाग किया। धरने के दौरान बड़ी संख्या में युवा उपस्थित रहे जिनमें राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश स्वतः ही महसूस किया जा सकता था। धरने के दौरान मुख्यमंत्री गद्दी छोड़ो, मंत्री संत्री इस्तीफा दो, भ्रष्टाचारी यह सरकार नहीं चलेगी के नारे गुंजायमान थे। इस अवसर पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने वहां उपस्थित जनों को संबोधित किया, जिसमें एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा एवं बद्रीनाथ विधायक राजेन्द्र भण्डारी प्रमुख रूप से सम्बोधन किया।
इस अवसर पर बद्रीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी ने कहा कि जिस तरह से एक के बाद एक परत दर परत खुल रही हैं उससे तो यही प्रतीत होता है कि भारतीय जनता पार्टी का कोई चरित्र बाकी नहीं बचा और इन घोटालों के सामने आने से यह पता चल चुका है कि इस प्रदेश को खोखला करने में किस दल का हाथ है।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने संबोधन के दौरान कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को घबराने की कतई जरूरत नहीं है भारतीय जनता पार्टी आज जानबूझकर घोटालों में कांग्रेस को घसीट रही है वह इरादतन जॉच से प्रदेश की जनता का ध्यान भटका रही है। हरीश रावत ने राज्य सरकार को खुली चुनौती देते हुए कहा की सभी भर्तियों की जांच सीबीआई के द्वारा हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में हो यह पार्टी की मांग है।
प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार इस पूरे घृणित मामले की लीपापोती की तैयारी कर रही है। माहरा ने कहा की छोटी मछलियों को मास्टरमाइंड बता कर भारतीय जनता पार्टी अपनी बागड़ बिल्लों को बचाना चाहती है। करन माहरा ने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बयानों में बहुत विरोधाभास है। जहां एक और प्रभारी गलती स्वीकार कर रहे हैं और उसे सुधारने की बात कह रहे हैं वहीं दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बेशर्मी में चोरी ऊपर से सीना जोरी कर रहे हैं। माहरा ने कहा कि आज जिस तरह से युवा खुद को छला हुआ महसूस कर रहा है उसके लिए बहुत जरूरी है कि इस पूरे फर्जीवाड़े का पटाक्षेप होना चाहिए और जनता के सामने सच आना चाहिए।
अपने संबोधन में गणेश गोदियाल ने कहा कि जानवरों और इंसानों में यही फर्क होता है कि जानवर सिर्फ खुद के बारे में सोचता है, वह सोचता है मैं अकेले ही सब कुछ खाऊं। ईश्वर ने इंसानों को जानवरों से अलग बनाया यह सोच कर कि वह सब का ख्याल रखेंगे यह सोच कर कि वह स्वार्थी नहीं होंगे, गोदियाल ने कहा कि जनप्रतिनिधि का कर्तव्य होता है कि वह अपनी जनता को समान दृष्टि से देखें लेकिन भाजपा ने उस विश्वास को तार-तार कर दिया।
धरने का संचालन करते हुए मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसोनी ने कहा कि आज उत्तराखंड शर्मसार है और जो भर्तियों और नियुक्तियों में फर्जीवाड़े का प्रकरण यहां चल रहा है उससे केवल भारतीय जनता पार्टी ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी बेनकाब हुआ है। दसौनी ने कहा कि आज तक लोगों को सिर्फ यह लगता था की आर एस एस के लोग सीधे और सादा जीवन जीने वाले होते हैं, रूखी सूखी खाते हैं और पार्टी के पदाधिकारियों के घर पर ही रहते हैं। जनता को यह भ्रम था कि संघ से जुडें लोग कोई पगार नहीं लेते। पूरा समय वह संगठन को समर्पित रहते हैं, लेकिन आज जिस तरह से आर एस एस से जुड़े हुए लोगों की विधानसभा में नियुक्ति का खुलासा हुआ है और तो और जो लोग नियुक्त हुए हैं वह उत्तराखंड के मूल निवासी तक नही हैं, उससे यह बात बिल्कुल साफ हो गई है कि भाजपा के भ्रष्टाचार से आर एस एस भी अछूती नहीं रही है।
धरने में प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरादत्त जोशी, महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, कोषाध्यक्ष आर्येन्द्र शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकान्त धस्माना, कार्यकारी महानगर अध्यक्ष डॉ0 जसविन्दर गोगी, महिला प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती ज्योति रौतेला, एनएसयूआई अध्यक्ष मोहन भण्डारी, महामंत्री नवीन जोशी, मनीष नागपाल, किसान कांग्रेस के अध्यक्ष सुशील राठी, पूरन सिंह रावत, हेमा पुरोहित, शान्ति रावत, आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा, अमरजीत सिंह, मोहन काला, पंकज क्षेत्री, शीशपाल बिष्ट, प्रवीण पुरोहित, मोहित उनियाल, सौरभ मंमगाई आशा टम्टा, पुष्पा पंवार, पूनम कण्डारी आदि उपस्थित रहे।