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कैप्टन केशर सिंह बिष्ट के निधन से पिंडर घाटी में शोक की लहर

थराली से हरेंद्र बिष्ट –

विकासखंड देवाल की घेस घाटी को जड़ी-बूटी के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलाने वाले जुझारू,कर्मठ एवं संघर्षशील भारतीय सेना से कैप्टन की पदवी से रिटायर्ड हुए केशर सिंह बिष्ट का अपने पैतृक गांव घेस में आकस्मिक निधन हो गया हैं। उनके आकस्मिक निधन से पूरी पिंडर घाटी में शोक की लहर दौड़ गई हैं।
अस्सी के दशक में भारतीय सेना में तेज तर्रार जूनियर कमीशन आफिसर (जेसीआे) के रूप में पहचाने जाने वाले और भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में दो बार प्रशिक्षक के तौर पर तैनात रहे कैप्टन केशर सिंह बिष्ट (सेनि) का बृहस्पतिवार को उनके पैतृक गांव में आकस्मिक निधन हो गया है। उनकी उम्र 71 वर्ष थी। मूल रूप से देवाल विकासखंड के दूरस्थ क्षेत्र घेस गांव के रहने वाले कैप्टन बिष्ट के निधन से क्षेत्र में शोक की लहर है। जिस किसी को भी उनके आकस्मिक निधन की दुखद खबर मिली वह स्तब्ध रह गया। वह अपने पीछे पत्नी के साथ एक बेटा व तीन बेटियों का भरा—पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके भतीजे एवं लंबे समय तक मृतक कैप्टन के सांध्य में रहें राजधानी देहरादून में लंबे समय से पत्रकारिता कर रहे वरिष्ठ वरिष्ठ पत्रकार अर्जुन बिष्ट ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार को घेस स्थित पैतृक घाट पर किया जाएगा।
करीब तीन दशक की सैन्य सेवा के बाद सेवानिवृत्त होने के बाद कैप्टन केशर सिंह बिष्ट पिछले लंबे समय से राजनीतिक व सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे। वह पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल (सेनि) बीसी खंडूड़ी, राज्य के पूर्व सीएम एवं महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी सहित भाजपा के कई बड़े नेताओं के बेहद करीबी माने जाते थे। वें अपने गांव घेस के प्रधान भी वह रहे थे।घेस घाटी में जड़ी-बूटी की खेती के वें जनक माने जाते हैं।उनकी ही पहल पर आज घेस घाटी के सैकड़ों किसान जड़ी-बूटी की खेती कर प्रति वर्ष करोड़ों कमा रहे हैं। उनकी इस पहल को लंबे समय तक याद किया जाता रहेगा। इसके अलावा कई सामाजिक कार्यों में भी उनकी सक्रियता बनी रही। बढ़ते पलायन के प्रति वह हमेशा चिंतित रहते थे। पलायन को रोकने के लिए उन्होंने जड़ी—बूटी का कृषिकरण करने के साथ ही अन्य स्वरोजगार के लिए युवाओं को प्रेरित करने का प्रयास किया था। कैप्टन बिष्ट के आकस्मिक निधन पर थराली के विधायक भूपाल राम टम्टा, देवाल प्रमुख दर्शन दानू , नारायणबगड़ के यशपाल सिंह नेगी, थराली की कविता नेगी, वरिष्ठ भाजपा नेता दलवीर दानू, पिंडारी संघर्ष समिति के अध्यक्ष युवराज बसेड़ा,वरिष्ठ समाजसेवी डॉ हरपाल नेगी, भाजपा मंडल अध्यक्ष शीतल गड़िया, महामंत्री उमेश मिश्रा, आदि ने बिष्ट के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए इसे पूरे पिंडर क्षेत्र ही नही चमोली जिले के लिए बड़ी क्षति बताई हैं।

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