सीमान्त भोटिया गावों को बनाया जा रहा सुविधायुक्त वाइब्रेंट विलेज
गोपेश्वर, 16 जून (गुसाईं)।जिले के सीमावर्ती गांवों को वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के अन्तर्गत सुविधा संपन्न बनाया जाएगा। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने गुरूवार को सभी रेखीय विभागों की बैठक लेते हुए वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रस्तावित विकास कार्यो की समीक्षा की।
जिलाधिकारी ने यहाँ आयोजित बैठक में निर्देशित किया कि वाइब्रेंट विलेजों का विस्तृत सर्वेक्षण करते हुए जरूरतों के अनुसार ठोस कार्ययोजना तैयार की जाए। इसमें बुजुर्ग एवं स्थानीय लोगों से भी सुझाव लिए जाए। जन कल्याणकारी योजनाओं का लक्ष्य निर्धारित करते हुए सभी पात्र लोगों को लाभान्वित किया जाए। केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं से वाइब्रेंट विलेजों को शत प्रतिशत आच्छादित करें। विभागीय योजनाओं को मनरेगा से कन्वर्जेन्स करते हुए बेहतर ढंग से क्रियान्वयन किया जाए।
वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद चमोली में सीमावर्ती गांव नीती, गमशाली, बाम्पा, फरकिया, मलारी, कोषा, कैलाशपुर, महरगांव, गुरूकुटी, माणा, बामणी, गजकोटी आदि गांवों को सुविधा संपन्न बनाया जाना है। इन गांवों में बुनियादीय सुविधाओं के विकास के साथ ही आजीविका सृजन के लिए कार्य किए जाएंगे। मुख्य विकास अधिकारी डा.ललित नारायण मिश्र एवं परियोजना निदेशक आनंद सिंह ने वाइब्रेंट विलेजों में बुनियादी सुविधाओं और आजीविका विकास हेतु प्रस्तावित कार्यो से अवगत कराया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ ललित नारायण मिश्र, परियोजना निदेशक आंनद सिंह, जिला विकास अधिकारी डॉ महेश कुमार, एसीएमओ डॉ एमएस खाती, सीईओ कुलदीप गैरोला सहित समस्त रेखीय विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।