नंदादेवी की तरह परम्परागत नृत्यगीत झोड़ा गायन से दी स्थानांतरित शिक्षक को विदाई
-थराली से हरेंद्र बिष्ट —
पिछले एक पखवाड़े से अधिक समय से पिंडर घाटी में जिस तरह से नंदा भगवती की झोड़े,चांचरियों के द्वारा नंदा की स्तुती की जा रही हैं।उसी तरह से झोड़ो के गायन के बीच एक अध्यापक का स्थानान्तरण होने पर ग्रामीणों के द्वारा विदाई किए जाने का वीडियो खूब वायरल हो रहा हैं।जिस में विदा हो रहें अध्यापक, ग्रामीण विदाई झोड़ा गाते हुए रोते दिख रहे हैं।इस वीडियो को खूब शेयर भी किया जा रहा हैं।
दरअसल देवाल विकासखंड के अंतर्गत मोटर सड़क से करीब 6 किमी की दूरी पर स्थित सुदूरवर्ती राजूहा में पिछले 8 सालों से बतौर अध्यापक कार्यरत गोपाल सिंह भंडारी के पदोउन्नत होने एवं उनका स्थानांतरण थराली ब्लाक के राउमावि सुनाऊं होने पर ग्रामीणों ने भंडारी को विदाई दी। 8 साल के लंबे समयांतराल तक बमोटिया जैसे दुर्गम विद्यालय में सेवा देने पर जिस आत्मियता से ग्रामीणों ने विदाई दी वह पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ हैं।