चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के सम्मेलन में उनकी समस्याओं का निराकरण न होने पर रोष प्रकट किया गया
-रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट –
थराली, 21 नवंबर। चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति उत्तराखंड एवं दिल्ली रजिस्टर का 23 वां प्रदेश स्तरीय सम्मेलन में राज्य आंदोलनकारियों, समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणीय भूमिका निभाने वाले समाजसेवियों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर आंदोलनकारियों की समस्याओं पर भी चर्चा करते हुए उनकी तमाम समस्याओं का निराकरण नही किए जाने पर रोष व्यक्त किया गया।
विकास खंड थराली के अंतर्गत राइका लोल्टी में मंगलवार को आयोजित 23 वें चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के सम्मेलन केंद्रीय अध्यक्ष भुपेंद्र सिंह रावत मुन्ना भाई की अध्यक्षता में आयोजित हुई सम्मेलन से पूर्व राज्य के विभिन्न भागों से आए राज्य आंदोलनकारियों,समाज सेवियों ने नंदा सिद्वपीठ देवराड़ा एवं दक्षिण कालिका मंदिर तु़ंगेश्वर में पूजा-अर्चना कर राज्य के तेज विकास की प्रार्थना की इसके बाद पद्मश्री पुरस्कार से नवाजे गए कल्याण सिंह रावत मैती ने सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि सिरकत करते हुए सम्मेलन में सरस्वती के छायाचित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया।
इसके साथ ही रामपुर तिराहा पर शहीद हुए कै. रूप सिंह जंधारी,इसी गांव के श्रीयंत्र टापू श्रीनगर गढ़वाल में शहीद हुए राजेश रावत, थराली के कोलपुड़ी गांव के शहीद भजन सिंह नेगी एवं देवाल ब्लाक के कोठी गांव निवासी शहीद राज्य आंदोलनकारी नारायण सिंह बडियारी के अलावा राज्य प्राप्ति के लिए शहीद हुए आंदोलनकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर मुख्य अतिथि कल्याण सिंह रावत ने राज्य आंदोलन के लिए 1982 से 1999 तक किए गए आंदोलन इस दौरान कई आंदोलनकारियों के शहीद होने,कई माताओं की आबरू तार-तार होने के बाद राज्य प्राप्त हुआ हैं। किंतु आज भी राज्य का विकास आंदोलनकारियों की अपेक्षाओं के अनुरूप नही होने पर दुःख व्यक्त किया।
इस मौके पर समिति के केंद्रीय अध्यक्ष भुपेंद्र रावत ने भी राज्य प्राप्ति के लिए किए गए आंदोलन के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए आजतक भी शहीदों के सपनों के अनुरूप राज्य का विकास नही होने पर दुःख व्यक्त किया। उन्होंने चिन्हित एवं अचिन्हित आंदोलनकारियों की तमाम समस्याओं पर चर्चा करते हुए सरकार के द्वारा मांगों को लगता लंबित किया जा रहा हैं जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है।
इस मौके पर केंद्रीय प्रवक्ता हेम पन्त ने भी आंदोलनकारियों की लंबित मांगों को पूरा नही किए जाने पर रोष व्यक्त किया। इस मौके पर समिति की देहरादून जिले की अध्यक्ष उषा भट्ट, बागेश्वर के पूरन रावत,संरक्षक महेश गौड़, गोविंद सिंह रावत, भीमसेन रावत,कलम गड़िया, हरेंद्र बिष्ट, धीरेंद्र शाह सहित राज्य 5 दर्जन से अधिक राज्य आंदोलनकारियों ने भाग लिया।
इस मौके पर कालेज की छात्राओं ने सरस्वती वंदना कथा वाचिका राधिका जोशी केदारखंड़ी ने भजन एवं ममंद देवराड़ा, तु़ंगेश्वर एवं लोल्टी के नंदा झोडों का गायन प्रस्तुत किए।