स्टोन क्रशर पर सरकार को चूना लगाने और नियमों की धज्जियाँ उड़ाने का आरोप
–थराली से हरेंद्र बिष्ट —
थराली के सुनला में स्थापित अभ्युदय स्टोन क्रेशर पर आमजनता के साथ ही राज्य सरकार पर प्रतिदिन हजारों रुपयों का चूना लगाने एवं मनमाने ढंग से कार्य करने का आरोप लग रहा हैं। इस संबंध में क्षेत्र के एक सामाजिक कार्यकर्ता गजेन्द्र सिंह रावत ने जिलाधिकारी को एक पत्र सौंप कर क्रेशर की जांच कर आवश्यक कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
पिछले लंबे समय से सुनला में स्थापित स्टोन क्रेशर पर मनमाने दरों पर लोगों को रेत, गिट्टी बचने,रायल्टी का पर्चा ना काटने, क्रेशर संचालन के सरकारी नियमों का आएं दिन उल्लंघन करने सहित कई आरोप लगाते रहे हैं। किन्तु प्रशासन इस क्रेशर की गतिविधियों पर नकेल नही कस पा रहा हैं। जिसके चलते जिला प्रशासन एवं तहसील प्रशासन पर भी संदेह व्यक्त किया जाता रहा हैं। एक बार फिर से क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता गजेन्द्र सिंह रावत ने स्टोन क्रेशर की मनमानी को लेकर जिलाधिकारी चमोली को ज्ञापन भेजने के बाद एक बार फिर से क्रेशर पर कई तरह के आरोप लगाते हुए एक पत्र सौंपा हैं।
उन्होंने जिलाधिकारी को भेजे ज्ञापन में स्टोन क्रेशर संचालक पर आरोप लगाते हुए कहा कि रीवर ट्रेनिंग से 400 रूपए प्रति घनमीटर की दर से आरबीएम खरीद के बावजूद भी स्टोन क्रेशर संचालक द्वारा 1800 से 2100 रुपए प्रति घनमीटर की दर से बेचा जा रहा है। इसके अलावा स्टोन क्रशर संचालक द्वारा रायल्टी में भी भारी अनियमितता बरती जा रही है।
उन्होंने जिलाधिकारी से जनहित में स्टोन क्रेशर पर कार्यवाही की मांग करते हुए कहा कि उचित दरों पर क्रेशर से स्थानीय लोगों को रेत की आपूर्ति के लिए आवश्यक कदम उठाने के साथ ही क्रेशर से जाने वाली रेत, गिट्टी की रायल्टी की समय-समय पर जांच की जानी चाहिए ताकि सरकार को पहुंचाएं जा रहें राजस्व नुकसान से बचाया जा सके।