गौचर औद्योगिक विकास मेले की आयोजन समितियों के गठन के लिए जनप्रतिनिधियों के सुझाव लिए
गौचर, 22 सितंबर l
भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिन 14 नवंबर से जनपद चमोली के गौचर मैदान में सात दिनों तक आयोजित होने वाले एक मात्र प्रदेश स्तरीय गौचर औद्योगिक विकास एवं सांस्कृतिक मेले के आयोजन को लेकर दूसरी बैठक में विभिन्न समितियों के गठन के लिए जनप्रतिनिधियों के सुझाव लिए गए।
मेलाधिकारी गौचर उपजिलाधिकारी कर्णप्रयाग संतोष कुमार पांडेय की अध्यक्षता में हुई बैठक में गत वर्षों में गठित की गई स्वागत, प्रचार प्रसार, खेलकूद, यातायात, सुरक्षा व्यवस्था, सांस्कृतिक, सहित विभिन्न प्रकार की 20 समितियों को लेकर सिलसिलेवार चर्चा की गई।इन समितियों में पूर्व में स्थान पा चुके उन लोगों का नाम हटाया गया जो या तो अन्यत्र चले गए या उनकी मृत्यु हो गई है। इसके अलावा कई अन्य लोगों का नाम भी जोड़ा गया। सबसे ज़्यादा स्वागत समिति में अपना तथा अपने नजदीकियों का नाम जोड़ने के लिए भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में होड़ देखने को मिला। यही नहीं बैठक में कुछ देर के लिए भाजपा व कांग्रेस के लोगों में आपसी मतभेद भी उभरकर आए जिसे उपजिलाधिकारी के हस्तक्षेप से शांत कराया गया।
व्यापार संघ अध्यक्ष राकेश लिंगवाल ने समितियों को औचित्यहीन करार देते हुए कहा कि कि मेले का आयोजन प्रशासन अपने हिसाब से करता है उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से पालिका क्षेत्र में सी सी टी वी कैमरे लगाए जाने की मांग की। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि कास्तकारों के परेशानी का शबब बने आवारा पशुओं को गौचर मैदान से अन्यत्र शिप्ट करने पर भी जोर दिया।भाजपा मंडल अध्यक्ष जयकृत बिष्ट ने नगरपालिका के सभी चयनित सभासदों को भी स्वागत समिति में स्थान दिए जाने की मांग की। कांग्रेस नगर अध्यक्ष सुनील पंवार व पूर्व नगर अध्यक्ष विजय प्रसाद डिमरी ने मेले को राजनीति से हटकर आयोजित करने का सुझाव दिया। गौचर पालिकाध्यक्ष अंजू बिष्ट ने मेले से पूर्व तथा मेला समापन के बाद भी सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने का मामला उठाते हुए मेला समिति को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया। कर्णप्रयाग क्षेत्र के विधायक अनिल नौटियाल ने कहा कि गौचर का मेला अन्य मेलों से हटकर है इस मेले की भव्यता बनाए रखने के लिए हम सबको राजनीति से ऊपर उठकर सहयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मेला आयोजन के लिए धन की कमी नहीं होने दी जाएगी इसके लिए मुख्यमंत्री से बात की जाएगी। उन्होंने मेले में ग्रामीण प्रतिभावों को उभारने पर भी बल दिया। उपजिलाधिकारी कर्णप्रयाग मेलाधिकारी गौचर संतोष कुमार पांडेय ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के सुझावों पर गंभीरता से अमल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मेले की भव्यता के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है। गठित समितियों की आगे भी बैठकें आयोजित की जाएंगी।उनका कहना था कि यह मेला उत्तराखंड की शान है इसकी पौराणिकता व भव्यता पर आंच नहीं आने दी जाएगी।मेले के दौरान आयोजित गोष्ठियों में अधिकारियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराई जाएगी।यह पहला मौका था जब संचालन सही न होते देख एस डी एम ने खुद ही माइक पकड़कर संचालन शुरू किया।इस अवसर पर कर्णप्रयाग की पालिकाध्यक्ष दमयंती रतूड़ी, ब्लाक प्रमुख चंद्रेश्वरी देवी, पूर्व ब्लाक प्रमुख राजेंद्र सगोई, बीरेंद्र नेगी, प्रकाश शैली, नवीन टाकुली, पूर्व डी पी सी सदस्य इंदू पंवार, पवित्रा बिष्ट,ताजबर कनवासी, सुनील शाह,लक्ष्मण पटवाल, अनशूया जोशी, सुरेश कुमार, अनूप नेगी, जीतेन्द्र कुमार, पालिका सभासद अनिल नेगी,अजय भंडारी, अंजनी नेगी, सुरेंद्र लाल, तहसीलदार सुरेन्द्र देब,पेशकार राकेश सती, पुलिस क्षेत्राधिकारी अमित सैनी, कर्णप्रयाग थाना प्रभारी राकेश गुसाईं, गौचर चौकी प्रभारी मानवेन्द्र गुसाईं, राजस्व उप निरीक्षक देवेंद्र कंडारी, जगदीश औलिया, पालिका अवर अभियंता राजीव चौहान,के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।