धर्म/संस्कृति/ चारधाम यात्रा

अगली राज जात के लिए पिंडर घाटी के जन प्रतिनिधियों ने प्रशासन को भेजे सुझाव

-हरेंद्र बिष्ट की रिपोर्ट-
थराली, 24 नवंबर। हिमालई महाकुंभ के नाम से मशहूर एवं 2026 में प्रस्तावित श्री नंदादेवी राजजात यात्रा को व्यवस्थित एवं भव्य रूप से आयोजित किए जाने को लेकर राजजात समिति के पदाधिकारियों एवं पिंडर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने उप जिलाधिकारी थराली के माध्यम से जिलाधिकारी चमोली को एक सुझाव एवं मांग पत्र भेजा हैं।

थराली के उपजिलाधिकारी कमलेश मेहता के माध्यम से जिलाधिकारी चमोली को भेजें गए एक मांग एवं सुझाव पत्र राजजात समिति के कोषाध्यक्ष सुशील रावत,देवाल के पूर्व प्रमुख सुशील रावत, एडवोकेट हरेंद्र सिंह नेगी, जय सिंह बिष्ट,थोकदार भूवन हटवाल, विरेन्द्र सिंह रावत, सचिन परिहार,बधाणगढ़ी मंदिर समिति के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह रावत आदि ने सौंपा।

इस दौरान पत्र सौंपने गए प्रतिनिधि मंडल 2026 में आयोजित होने वाले श्री नंदादेवी राजजात यात्रा को लेकर एसडीएम मेहता से विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि राजजात यात्रा का सबसे अधिक दबाव नारायणबगड़, थराली एवं देवाल विकास खंडों पर रहता हैं।2014 में आयोजित राजजात यात्रा में लाखों की संख्या में नंदा भक्तों ने यात्रा में शिरकत की थी, तमाम सरकारी तामझाम के बावजूद भी यात्रा के दौरान कई कठनाईयां सामने आई थी। जिनसे सभी को सबक लेना चाहिए। कहा कि अब यात्रा के आयोजन में दो वर्ष से भी कम समय रह गया हैं और शासन, प्रशासन स्तर पर अपेक्षित कार्यवाही शुरू नही हो पाई हैं।

जब इस बार के राजजात यात्रा में पिछली यात्रा से काफी अधिक देवी भक्तों के प्रतिभाग करने की संभावना जताई जा रही हैं। प्रतिनिधियों ने यात्रा मार्ग की सभी मोटर सड़कों, पैदल मार्गो,नदी, नालों में पुल, पुलियाओं को समय रहते निर्मित करने,तय पड़ावों एवं पड़ावों के आसपास के गांवों में समुचित आवास, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शौचालयों, पार्किंग आदि मूलभूत सुविधाओं को कायम करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर इन पर युद्ध स्तर पर कार्य करने की मांग उठाई।

इस मौके पर चर्चा करते हुए पड़ावों पर पड़ाव समितियों का गठन कर उनसे समय रहते आवश्यकताओं के संबंध में सुझाव मांग कर उनके अनुरूप कार्य करने।यात्रा मार्ग के 5 निर्जन पड़ावों जहां पर मूलभूत व्यवस्थाएं जुटाना सबसे अधिक चुनौतीपूर्ण होता है उन पड़ावों के नजदीक गांवों के लोगों के साथ समन्वय स्थापित कर मूल भूत व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने की मांग रखी। इस मौके पर एसडीएम ने प्रतिनिधि मंडल के द्वारा पूरे राजजात यात्रा मार्ग के संबंध में सौंपे गए 4 पेजों के सुझाव एवं मांग पत्र को जिलाधिकारी को भेजने के साथ ही स्थानीय आधार पर इन आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन प्रतिनिधि मंडल को दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!