आज़ादी का अमृत महोत्सव -पहाड़ में अब भी मरीज और घायल ऐसे पहुंचाए जाते हैं अस्पताल

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-रिखणीखाल से प्रभुपाल सिंह रावत-

रिखणीखाल प्रखंड के सुदूरवर्ती व आदिवासी गाँव बनगढ के गाँववासियों का गुस्सा सातवें आसमान पर जा पहुँचा,पहुँचता भी क्यों नहीं,वे एक वृद्ध महिला को बीमार होने पर मुख्य सड़क मार्ग तक दो तीन किलोमीटर कंधों पर लाने को मजबूर हैं।

 

इस गाँव में कयी सालों से सड़क का इन्तजार किया जा रहा है लेकिन न जाने कहाँ अटक रही है।

ये वीडियो व फोटोग्राफ आज ही ग्राम बनगढ से मिली है।वे अभी तक बीमार महिला को आधे रास्ते तक हक ला सके क्यों कि ग्रामीणों के कंधे थक व टूट गये हैं।अभी आधे रास्ते में विश्राम करते आ रहे हैं।सड़क की इनकी मांग बर्षों पुरानी है।देखें कब तक सरकार इनके धैर्य की परीक्षा लेती है।

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