टीएमयू एल्युमनस राज पाराशर बिहार पीसीएस (जे) में चमके
बड़ी उपलब्धि: 2015 के तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के गोल्ड मेडलिस्ट राज पाराशर ने पाई 24वीं रैंक
ख़ास बातें :
- पीसीएस (जे) में सलेक्शन ड्रीम पूरा होने जैसा
- माता – पिता जीवित होते तो खुशियाँ होती चौगुनी
- मुझे तराशने का मुक़्क़मल श्रेय टीएमयू की लॉ फैकल्टी को
- तय जिम्मेदारी का निर्वाह ईमानदारी से करूंगा:राज
मुरादाबाद, 14 अक्टूबर।तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ़ लॉ के एल्युमनस की झोली में एक बड़ी उपलब्धि आई हैं। 2015 के गोल्ड मेडलिस्ट श्री राज पाराशर ने बिहार पीसीएस (जे) में 24वीं रैंक हासिल की है । कानून में पीएचडी कर रहे श्री राज कहते हैं, कि काश, माता -पिता आज जीवित होते तो ये खुशियाँ चौगुनी हो गयी होतीं। साथ ही कहते हैं, पीसीएस (जे) में सलेक्शन सपना पूरा होने जैसा है । वह संकल्प लेते हैं, अपनी तय जिम्मेदारी का निर्वाह ईमानदारी से करूंगा।
श्री राज यह कहना भी नहीं भूलते हैं, मुझे तराशने का श्रेय तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी की लॉ के अनुभवी टीचर्स, कड़ा अनुशासन, स्मार्ट क्लासेस और विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर को जाता हैं।उल्लेखनीय है, श्री राज प्रारम्भ से ही बड़े मेधावी छात्र रहे हैं । बिहार इंटरमीडिएट बोर्ड में 9वीं रैंक पा चुके हैं। पटना यूनिवर्सिटी से एलएलएम में भी गोल्ड मेडलिस्ट हैं। कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, जीवीसी श्री मनीष जैन, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री अक्षत जैन ने इसे बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा, यूनिवर्सिटी का लॉ कॉलेज नॉर्थ इंडिया के श्रेष्ठ कॉलेजों में शुमार है। वीसी प्रो. रघुवीर सिंह,रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा,एसोसिएट डीन प्रो. मंजुला जैन ने कहा, यूनिवर्सिटी को एल्युमनस राज पाराशर पर नाज़ है।
लॉ कॉलेज के डीन प्रो. हरबंश दीक्षित कहते हैं, पुरातन छात्र श्री राज पाराशर पर हमें गर्व है। 2010 में भी मैं तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के लॉ कॉलेज से संबद्ध था । प्रो. दीक्षित कहते हैं, पूत के पांव पालने में दिख जाते हैं, श्री राज के प्रोजेक्टस और सवालों की उत्सुकता शुरू से ही यह जताती थी, वह एक दिन बड़ा मुकाम हासिल करेंगे। पीसीएस (जे) में 24 वी रैंक के लिए वह डिज़र्व करते थे। उन्होंने उम्मीद जताई, श्री राज न केवल ज्यूडिशियल क्षेत्र में तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी का नाम रोशन करेंगे, बल्कि अपने परिजनों के साथ – साथ गुरुओं का भी मस्तक ऊँचा करेंगे।
एल्युमनाई रिलेशन सेल – एआरसी के ज्वाइंट रजिस्ट्रार प्रो. निखिल रस्तोगी एल्युमनाई को यूनिवर्सिटी का सबसे मजबूत स्तंभ बताते हुए कहते हैं कि दुनिया की किसी भी यूनिवर्सिटी की पहचान और विकास का पैमाना उसके एल्युमनाई ही होते हैं। एल्युमनाई जूनियर्स स्टुडेंट्स के लिए रोल मॉडल की मानिंद होते हैं। लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो.सुशील सिंह कहते हैं, वास्तव में कॉलेज के लिए ये गर्व के क्षण हैं। लॉ कॉलेज के मीडिया कोऑर्डिनेटर श्री सौरभ बटार समेत सभी लॉ शिक्षकों ने पुरातन छात्र राज पाराशर को हार्दिक बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।