अनजाने में कर्नाटक के लिए कांग्रेस के हाथ हथियार थमा बैठे मंत्री जी
–दिनेश शास्त्री —
देहरादून। बैठे ठाले उत्तराखंड की राजनीति में प्रेमचंद ने आग लगा दी, उन्होंने कांग्रेस के हाथ में जो हथियार थमाया, आज उसे कर्नाटक चुनाव में भाजपा के खिलाफ मुद्दा बना दिया गया है। मंगलवार को ऋषिकेश में कैबिनेट मंत्री द्वारा एक व्यक्ति की पिटाई नहीं बल्कि अपने गनर और अन्य के साथ मिलकर की गई धुनाई का वीडियो देखते ही देखते कर्नाटक में वायरल हो गया।
उत्तराखंड जिसे देवभूमि कहा जाता है, यहां के लोगों को भी देश दुनिया के लोग उसी दृष्टि से देखते हैं लेकिन मंत्री द्वारा देवभूमि को शर्मसार कर देने के प्रकरण ने विपक्ष को जाने अनजाने मौका दे दिया है। कर्नाटक के लोग इसे कितना तवज्जो देंगे, इसका पता तो 13 मई को नतीजे घोषित होने के बाद ही लगेगा लेकिन इस कारण भाजपा की फजीहत जरूर हुई है।
अक्सर कहा जाता है कि नाम में क्या रखा है, वैसे लोग अपने नाम को सार्थक भी करते रहे हैं लेकिन ऋषिकेश की घटना ने आंख के अंधे वाली कहावत की तरफ ही इशारा किया है। मंत्री का नाम प्रेमचंद हुआ तो क्या, काम तो नाम के विपरीत नफरत का ही किया।
घटनाक्रम के बाद मंत्री ने जो सफाई दी और जो आरोप सुरेंद्र नेगी पर जड़े, उनके लिए अभी प्रमाण की जरूरत है। प्रेमचंद अग्रवाल की ओर से घटना के बाद अपना फटा कुर्ता दिखाते हुए कहा गया कि उनके साथ हाथापाई हुई, कुर्ता फाड़ा और जेब का सामान पैसे आदि गायब हो गए, गनर के कपड़े भी फाड़े गए। यह आरोप मंत्री ने तब लगाए जब सोशल मीडिया पर मामला गर्म हो गया।
बहरहाल अब मंत्री प्रेमचंद के खिलाफ ही मामला दर्ज हो गया है लेकिन इतने भर से भाजपा डेमेज कंट्रोल कर पाएगी। इसमें संदेह है।